कुंभनगर, वाईबीएन नेटवर्क।
महाकुंभ 2025 से बहुर सारी तस्वीरें और वीडियो सामने आ रही हैं। इसी बीच महाकुंभ से एक बेहद अनोखा वीडियो सामने आया। ये वायरल वीडियो एक साध्वी का था। साध्वी ने वीडियो में खुद को एक्ट्रेस, एंकर और होस्ट बताया। महिला ने खुद को साध्वी बताते हुए कहा "मैं उत्तराखंड से आई हूं, आचार्य महामंडलेश्वर की शिष्या हूं, मुझे जो करना था वो छोड़कर ये वेश धारण किया है।'' इसके आगे उन्होंने कहा "आप जब जिंदगी में बहुत कुछ कर लेते हो, आपने एक्टिंग भी कर ली, एंकरिंग भी कर ली, देश-विदेश भी घूम लिया.. सब कुछ कर लिया है। उसके बाद ये रहता है कि आपको उसमें सुकून नहीं मिल रहा। नाम है, शोहरत है, लेकिन सुकून नहीं है। फिर जब भक्ति आपको अपनी तरफ खींचने लगती है, तब आप लोगों आदि से कटकर भगवान की शरण में, भजन-कीर्तन और मंत्रों में आकर रहना चालू कर देते हो।"
इस वीडियो के आग की तरह फैल जाने के बाद लोगों ने पूछना शुरू कर दिया "ये खूबसूरत साध्वी कौन है?" शायद लोगों ने भी वही देखा जो महिला दिखाने की कोशिश कर रही थी, अपनी खूबसूरती। वरना किसी भक्ति के स्थान पर कोई इतना मेकअप लगाकर क्यों पहुंचेगा। इसके अलावा जब महिला से पूछा गया कि वो इतनी खूबसूरत हैं तो साध्वी क्यों बनी, तो इसके जवाब में मन की खूबसूरती को समझने के स्थान पर अपने एक्ट्रेस होने के गुणगान की क्या जरूरत थी।
कौन है महिला?
कथित रूप से साध्वी बताई जा रही महिला का नाम हर्षा रिछारिया है। हर्षा रिछारिया साध्वी की वेशभूषा, माथे पर तिलक और फूलों की माला पहने रथ पर सवार होकर महाकुंभ पहुंचीं। यहां पर हर्षा ने बताया, उनकी उम्र 30 साल है, और वो पिछले दो साल से साध्वी बनी हुईं हैं। हर्षा रिछारिया एक कंटेंट क्रिएटर और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर है। इस वायरल वीडियो के बाद से उनके फॉलोवर्स तेजी से बढ़े हैं और अब उन्होंने 1 मिलियन फॉलोवर्स के आकडे को भी छु लिया है। उनका ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट होस्ट हर्षा के नाम से है।
बदल लिया बयान
इस वीडियो के वायरल होते ही लोगों ने जैसे-तैसे हर्षा को खोज निकाला और उसके बाद उनकी कुछ पुरानी ग्लैमरस तस्वीरें और वीडियो भी वायरल होने लगी। इसी बीच उनकी पिछले महीने बैंकोक की एक एंकरिंग की एक वीडियो वायरल हुई और लोगों ने उनसे सवाल पूछना शुरू कर दिया। सवालों के घेरों में खुद को पाता देख महिला ने बयान देते हुए कहा है की “मैंने कहीं ऐसा नहीं बोला है कि मैं बचपन से साध्वी हूं। साध्वी मैं अभी भी नहीं हूं, मैं इस ओर बढ़ रही हूं। मुझे सोशल मीडिया और लोगों ने साध्वी हर्षा का टैग दे दिया। हर्षा ने कहा, “मैं बार-बार क्लियर कर रही हूं साध्वी होना खुद में बहुत बड़ी बात है। बहुत सारी परंपराएं, बहुत सारे संस्कार करने पड़ते हैं एक इंसान को साध्वी बनाने के लिए। मैंने कुछ भी नहीं किया है मैंने बस मंत्र दीक्षा ली है और इसे कोई भी ले सकता है। इसे गृहस्थी जीवन में भी लिया जा सकता है।