Advertisment

Moradabad: शान हेल्थ केयर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत, स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल किया सील

पाकबड़ा के मोहल्ला गुरेठा रोड स्थित शान हेल्थ केयर अस्पताल में इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत से हड़कंप मच गया। परिवार ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया।

author-image
Roopak Tyagi
ीूपीूीूपीूपीू

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सील लगाते हुए।

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

वाईबीएन, संवाददाता।

Advertisment

पाकबड़ा के मोहल्ला गुरेठा रोड स्थित शान हेल्थ केयर अस्पताल में इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत से हड़कंप मच गया। परिवार ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर अस्पताल को सील कर दिया। इस घटना से पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

ग्रामीणों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जाहिर किया और कठोर कार्रवाई की मांग की  

मृतक बच्चे के पिता ने 8 बेटियों के बाद उसे गोद लिया था। परिवार ने अपने इकलौते बेटे के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन निजी अस्पताल की लापरवाही ने उनकी खुशियों को छीन लिया। बच्चे की अचानक मौत से परिजन गहरे सदमे में हैं। ग्रामीणों ने भी अस्पताल प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जाहिर किया और कठोर कार्रवाई की मांग की है । 

Advertisment

यह भी पढ़ें:यंग भारत की खबर का असर,जाग गया है आबकारी विभाग,चलाया चेकिंग अभियान

पाकबड़ा में लगातार झोलाछाप डॉक्टरों का कारोबार फल-फूल रहा है। बिना किसी डिग्री और लाइसेंस के ये फर्जी डॉक्टर गरीब और अनजान मरीजों का इलाज कर रहे हैं, जिससे मरीजों की जान जोखिम में पड़ रही है। आए दिन इलाज में लापरवाही और गलत दवाइयों से गंभीर स्थितियां उत्पन्न हो रही हैं, लेकिन अब तक इन पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी।

घटना की गंभीरता को देखते हुए मंडलायुक्त मुरादाबाद के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई तेज कर दी है। अस्पताल को सील करने के साथ ही पूरे क्षेत्र में अभियान चलाकर झोलाछाप डॉक्टरों की जांच की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के फर्जी अस्पतालों और अवैध क्लीनिकों के खिलाफ अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

Advertisment

यह भी पढ़ें: बिजली उपभोक्ता संगठन ने बैठक कर बनाई आंदोलन की रणनीति

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी फर्जी डॉक्टर या अस्पताल में इलाज न कराएं और जरूरत पड़ने पर सीधे सरकारी अस्पतालों या मान्यता प्राप्त डॉक्टरों से ही संपर्क करें। प्रशासन की इस कार्रवाई से उम्मीद जताई जा रही है कि क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों का कारोबार जल्द ही बंद होगा और लोगों को सुरक्षित इलाज मिल सकेगा।यह भी पढ़ें: छात्रों ने अधिकारियों के साथ मनाया रंगों का त्योहार

Advertisment
Advertisment