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इंसाफ की गुहार लगाते हुए दंगा पीड़ित परिवारों के परिजन।
गुरूवार न्यायिक जांच आयोग की टीम पहुंची संभल के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस
संभल हिंसा की जांच करने पहुंची न्यायिक जांच आयोग से मिलने पहुंचे 1978 के दंगा पीड़ित परिवारों ने न्याय की मांग की। पीड़ित परिवार नारेबाजी करते हुए हाथों में हाथों में तख्तियां लेकर पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंचे। वहां पर उन्होंने नुकसान की भरपाई करने और दोषियों को सजा देने की मांग की।
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गुरुवार को संभल क्षेत्र के चंदौसी रोड स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में संभल हिंसा को लेकर गठित की गई न्यायिक जांच आयोग की टीम पहुंची। यहां पर भाजपा पश्चिमी क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंघल एवं भाजयुमो के पूर्व ज़िला महामंत्री सौरभ गुप्ता मुखिया के नेतृत्व में 1978 के संभल में हुए दंगे के दौरान मारे गए ग्रामीणों के पीड़ित परिवार के लोग पहुंचे। यहां बता दें कि पीड़ित परिवार के लोगों की 1978 दंगे के दौरान हत्या संभल के नखासा स्थित लाला मुरारी लाल के फाटक में हुई थी।
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गांव ठिलूपुरा निवासी पोते मनोज कुमार ने बताया कि वर्ष 1978 के दंगे में उनके दादा-दादी की बॉडी भी हाथ नहीं लगी। काफी दिन दंगा चलता रहा, तीन दिन बाद जब गए थे तब थोड़ी शांति हुई, तो दादी की चूड़ी और दादा की जूती से पता चला कि वह जला दिए गए। उनके दादाजी का नाम किशन सिंह था और दादी का नरेनिया देवी था, मांग है कि दादा-दादी जो खत्म हुए थे उनको भी न्याय मिले। दंगाइयों को सजा मिले।