मुरादाबाद, वाईबीएन स्पोर्ट्स। वैभव सूर्यवंशी का नाम अभी तक जहन से उतरा नही कि, क्रिकेट के एक और सूरमा ने तहलका मचा दिया है। मुरादाबाद के 13 साल के क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने देहरादून में आयोजित बीसीसीआई की राज सिंह डूंगरपुर ट्राफी अंडर-14 क्रिकेट लीग में नाबाद दोहरा शतक लगाया है।
अपनी पारी से टीम को बनाया चैंपियन
मोहम्मद कैफ ने टूर्नामेंट के फाइनल में देहरादून के आयुष क्रिकेट अकादमी ग्राउंड में विदर्भ के खिलाफ नाबाद 250 रन की पारी खेली और टीम को नौ विकेट पर 509 रन का स्कोर खड़ा करने में मुख्य भूमिका निभाई। अंडर 14 क्रिकेट में 19 चौके और 12 छक्के लगाकर 280 गेंद में नाबाद 250 रन की पारी खेलना साहसिक कार्य है। कैफ की पारी की मदद से उत्तर प्रदेश ने विदर्भ पर दबाव बनाया और उनकी पारी 194 रन पर सिमट गई। इससे पहले कैफ ने छत्तीसगढ़ के खिलाफ 73 गेंद में 62 रन की पारी खेली थी।
कैफ बहुत ही मेहनती खिलाड़ी- कोच
कैफ के कोच बदरुद्दीन सिद्दीकी और मोहम्मद हसीन ने बताया कि कैफ बहुत ही मेहनती खिलाड़ी हैं। हमेशा समय से अभ्यास करना ही उनकी प्राथमिकता रहती है। कानपुर में आयोजित ट्रायल्स के आधार पर कैफ का चयन अंडर-14 यूपी टीम में हुआ। देहरादून में आयोजित अंडर-14 राज सिंह डूंगरपुर क्रिकेट के फाइनल मैच में कैफ ने 377 मिनट क्रीज पर बिताकर 89.29 के स्ट्राइक से रन बनाए।
सिलेक्ट न होने पर हुए थे निराश
पिछले साल जब कैफ का चयन नहीं हुआ था तो, वे थोड़ा निराश हुए थे। लेकिन मेहनत कभी कम नहीं की। उन्होंने बताया कि वह तेज और स्पिन दोनों तरह के गेंदबाजों को बहुत अच्छे से खेल लेते हैं। वह नेट में घंटों अभ्यास करते हैं। नई और पुरानी दोनों तरह की गेंदों से अभ्यास करते हैं।
कैफ के पिता करते हैं मजदूरी
मुरादाबाद के डींगरपुर क्षेत्र में गांव रसूलपुर के मुन्ना के परिवार में पत्नी और तीन बेटे और चार बेटियां हैं। वह मजदूरी से परिवार का पालन पोषण करते हैं। भाई-बहनों में मोहम्मद कैफ सबसे छोटे हैं। कैफ के पिता ने बताया कि कैफ बचपन से ही क्रिकेटर बनना चाहते थे। वे सात साल की उम्र से ही क्रिकेट खेल रहे हैं।