Moradabad: खंड शिक्षा अधिकारी ने अपने ऊपर हुई कार्रवाई को बताया एकतरफा,कमेटी पर साक्ष्यों की अनदेखी का आरोप
आरोप लगाने वाली महिला शिक्षक मेघा वर्मा पर लंबे समय से अनुपस्थित रहने पर निलंबन की कार्रवाई की गई, वहीं सीमा गहलौत और सुमित दोनों शादीशुदा हैं। इसके बाद भी उन्होंने आपस में मंदिर में शादी कर रखी है,जोकि नियमावली के खिलाफ है।
मुरादाबाद वाईवीएन संवाददाता।देहात खंड शिक्षा अधिकारी पर हुई कार्रवाई के बाद खंड शिक्षा अधिकारी ने एक पक्षीय कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। उन्होंने जांच टीम पर उनके द्वारा दिए गए साक्ष्य और उनके पक्ष को जांच का हिस्सा न बनाने की बात कही है। आरोप लगाने वाली महिला शिक्षक मेघा वर्मा पर लंबे समय से अनुपस्थित रहने पर निलंबन की कार्रवाई की गई थी। वहीं दूसरी महिला शिक्षक सीमा गहलौत की कोरोना काल में बीएसए से की गई शिकायत में उनके द्वारा पीपलसाना प्राथमिक विद्यालय सेकंड में अध्यापक सुमित चौहान के साथ मिलकर ड्रेस घोटाले जैसे मामले की जांच उनके द्वारा करने की बात बताई गई है।
बेसिक शिक्षा विभाग में ठाकुद्वारा ब्लॉक के बथुआ खेड़ा विद्यालय में सहायक अध्यापक सीमा गहलौत को प्रभारी प्रधान अध्यापक का चार्ज दिया गया। सन 2019-20 में बच्चों की ड्रेस खरीदने के लिए विद्यालय के खाते में पैसा आता था। उस वक्त सीमा गहलौत की तत्कालीन बेसिक शिक्षा अधिकारी अजीत से ड्रेस खरीदने के मामले में घोटाला करने शिकायत की गई थी। ड्रेस के लिए खरीदे गए कपड़ा व्यापारी तसलीम अहमद ने शिकायत की थी। जिसकी जांच देहात खंड शिक्षा अधिकारी वेगीस गोयल द्वारा की गई थी।उन्होंने बताया कि जांच में ड्रेस घाेटाले में सीमा गहलौत और लालापुर पीपलसाना के प्रधान अध्यापक सुमित चौहान दोनों ड्रेस घोटाले दोषी पाए गए थे।
सीमा गहलौत और सुमित चौहान दोनों शादीशुदा हैं। इसके बाद भी उन्होंने आपस में मंदिर में शादी कर रखी है। देहात खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि कर्मचारी आचरण नियमावली के मुताबिक यह गलत है। एक पत्नी या पति के रहते कर्मचारी दूसरी शादी नहीं की जा सकता।
सुमित चौहान और सीमा गहलौत
खंड शिक्षा अधिकारी वेगीस गोयल ने बताया कि दूसरे विवाह शिकायत इनके विवाह में गवाह बने सुमित चौहान के दोस्त सतीश ने इसकी शिकायत तत्कालीन बीएसए से की थी। जिसकी जांच भी देहात खंड शिक्षा अधिकारी वेगीस गोयल को दी गई थी। जिसमें जांच के दौरान वेगीश गोयल को शिकायतकर्ता अध्यापक सतीश ने विवाह के फोटो भी उपलब्ध कराए थे। यह सब साक्ष्य जुटा कर जांच कर रहे संयुक्त शिक्षा निदेशक को दिए गए थे। लेकिन विभाग की अधिकारियों के निर्देश के की जांच का फल मिला कि मेरा पक्ष और साक्ष्य भी नहीं देखे गए।
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सुमित चौहान जोकि शिक्षा विभाग में तैनात है,चुनाव के दौरान राजनीतिक राजनीतिक लोगों के साथ होर्डिंग पर अध्यापक सुमित के बड़े बड़े फोटो लगे होने और चुनाव में सक्रिय रहने की शिकायत की गई थी। जिसकी जांच सुमित चौहान के फोटो लगे पाए थे।
वहीं दूसरी शिकायतकर्ता महिला शिक्षक भी ठाकुरद्वारा शेरपुर पट्टी प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात मेघा वर्मा काफी लंबे समय से अनुपस्थित चल रही थी निरीक्षण के वह विद्यालय में नहीं मिली। वहां तैनात रसोईयों ने बताया कि महीने में एक बार आती है। जिसकी शिकायत तत्कालीन बीएसए को दी गई थी। जिस पर उनके निलंबन की कार्रवाई भी हुई थी। देहात खंड शिक्षा अधिकारी वेगीस गोयल का कहना है कि वह सारे साक्ष्य को लेकर शिक्षा निदेशक के पास जाएंगे। यदि वहां भी कोई सुनावाई नहीं हुई तो वहा न्यायालय के दरवाजा खटखटाएंगे।