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Photograph: (Moradabad)
रामगंगा नदी के तेज बहाव में बहने के बाद 22 घंटे तक पेड़ के सहारे जिंदगी की जद्दोजहद करने वाले युवक को आखिरकार सुरक्षित बचा लिया गया। मौत और जिंदगी के बीच चले इस संघर्ष में जिंदगी जीत गई।
तेज बहाव में संतुलन बिगड़ा
संभल जिले के कुड़फतेगढ़ के गांव मैथरा निवासी सतपाल शनिवार शाम करीब 7 बजे मुरादाबाद के मूंढापांडे क्षेत्र स्थित अपनी नानी के घर राझेड़ा जा रहा था। रात करीब 9 बजे वह रामगंगा पुल पार कर रहा था, तभी अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया और तेज बहाव में उसका संतुलन बिगड़ गया। वह लगभग डेढ़ किलोमीटर तक बहते हुए एक पेड़ से चिपक गया।
तेज धारा और अंधेरे में मदद नहीं मिलने पर सतपाल रातभर और पूरे अगले दिन पेड़ के सहारे टिका रहा। करीब 22 घंटे बाद स्थानीय गोताखोरों और ग्रामीणों की मदद से उसे सुरक्षित किनारे लाया गया। सतपाल की हालत फिलहाल ठीक बताई जा रही है।
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