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डेस्क, वाईबीएन नेटवर्क
सूचना प्रौद्योगिकी (IT) की दुनिया तेज़ी से बदल रही है। जिस गति से आज कंप्यूटिंग पावर, डेटा स्टोरेज और इंटरनेट सेवाएं बढ़ रही हैं, उसका सबसे बड़ा श्रेय जाता है क्लाउड कंप्यूटिंग को। आज के इस डिजिटल युग में हर व्यक्ति किसी न किसी रूप में क्लाउड से जुड़ा हुआ है -चाहे वो फेसबुक पर फोटो अपलोड करना हो या Zomato पर खाना ऑर्डर करना।
क्या है क्लाउड और क्यों है यह खास?
‘क्लाउड’-नाम से ही लगता है कि सब कुछ हवा में है, और टेक्नोलॉजी की भाषा में वास्तव में यही सच है। क्लाउड सेवाएं कंपनियों को बिना अपने खुद के सर्वर बनाए, इंटरनेट के ज़रिए आईटी सेवाओं तक पहुंच प्रदान करती हैं। इससे न सिर्फ लागत कम होती है, बल्कि स्केलेबिलिटी (यानि ज़रूरत के अनुसार क्षमता बढ़ाना-घटाना) भी बेहद आसान हो जाती है।
कैसे काम करता है क्लाउड
सोचिए, गर्मी की छुट्टी में जब आपके बहन के बच्चे आपके घर आते हैं और दूध का उपभोग बढ़ जाता है तो आप क्या करते हैं, अपने दूधवाले को बोल देते हैं कल से 2 लीटर ज्यादा दे जाना। और उनके जाने के बाद फिर वही पहले जैसा। मतलब की आपकी संगठनात्मक आवश्यकताओं के हिसाब से आपके आईटी प्लेटफॉर्म और कंप्यूटिंग पावर में बढ़ोतरी या घाटे की आसानी, शून्य पूंजीगत व्यय, बहुत कम ओपेक्स लागत और रखरखाव के कम सिरदर्द को ध्यान में रखते हुए वन स्टॉप शॉप है क्लाउड कंप्यूटिंग।
Zomato से लेकर फेसबुक तक, सब कुछ हो रहा है क्लाउड पर
जैसे Zomato को हर तिमाही में हज़ारों नए रेस्टोरेंट्स को जोड़ना होता है, वैसे ही Facebook या Instagram को हर दिन लाखों टेराबाइट डेटा स्टोर करना होता है। ऐसी ज़रूरतों को पारंपरिक आईटी सिस्टम से संभालना मुश्किल होता, लेकिन क्लाउड इसे बेहद आसान बना देता है। बस एक क्लिक में कंप्यूटिंग पावर बढ़ाई जा सकती है — ठीक वैसे जैसे दूधवाले से गर्मियों में दूध की मात्रा बढ़वा दी जाती है।
Link - https://www.feedough.com/zomato-statistics-facts-user-counts/
AWS, Google और Microsoft कर रहे हैं क्लाउड की अगुवाई
Amazon Web Services (AWS), Google Cloud और Microsoft Azure जैसी कंपनियां दुनिया की सबसे बड़ी क्लाउड सेवा प्रदाता हैं। 2022 के अंत तक, इन तीनों ने वैश्विक क्लाउड खर्च का लगभग 66% हिस्सा अपने नाम किया। 2023 तक दुनिया में 3.6 अरब से अधिक क्लाउड यूज़र्स हो चुके हैं।
https://www.splunk.com/en_us/blog/learn/cloud-certifications.html
भारत में बढ़ रही है क्लाउड विशेषज्ञों की मांग
क्लाउड टेक्नोलॉजी की बढ़ती मांग के साथ ही, इसमें करियर बनाने के मौके भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं। भारत और दुनिया भर में कंपनियों को ऐसे पेशेवरों की ज़रूरत है जो AWS, Azure या Google Cloud जैसी सेवाओं का प्रबंधन कर सकें। आज ये सभी कंपनियां सर्टिफाइड ट्रेनिंग प्रोग्राम्स भी चला रही हैं — जिससे युवा न केवल अच्छी नौकरी पा सकते हैं, बल्कि टेक्नोलॉजी की दुनिया में बड़ा नाम भी कमा सकते हैं।
https://aag-it.com/the-latest-cloud-computing-statistics/#:~:text=Cloud%20Computing%20in%202022&text=Amazon%20started%202022%20with%20the,market%20share%20gain%20approached%201%25.
क्लाउड क्यों है "आईटी हॉर्स की छलांग"?
क्लाउड एक ऐसी तकनीक है जिसने आईटी को एक नए युग में पहुंचा दिया है। न केवल बड़े व्यवसाय, बल्कि छोटे स्टार्टअप्स भी अब भारी-भरकम इंफ्रास्ट्रक्चर पर पैसा खर्च किए बिना वैश्विक स्तर पर सेवाएं दे पा रहे हैं। यही वजह है कि इसे ‘आईटी हॉर्स की एक छलांग’ कहा जा रहा है। आज का दौर डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का है और क्लाउड उसकी रीढ़ बन चुका है। अगर आप तकनीक में रुचि रखते हैं और एक स्थिर, हाई-इनकम करियर की तलाश कर रहे हैं, तो क्लाउड कंप्यूटिंग आपकी मंज़िल बन सकता है।
https://www2.deloitte.com/content/dam/Deloitte/cn/Documents/technology/vmwaredeloitte-multicloud-whitepaper-en-230110.pdf
आखिर में कैसे क्लाउड सर्विसेज में करियर बनाएं
आज भारत और दुनिया भर के क्लाउड पेशेवरों और विशेषज्ञों की भारी मांग है कि क्लाउड सेवाओं का उपयोग करने और माइग्रेट करने वाली कंपनियों की कभी न खत्म होने वाली जरूरत को पूरा किया जाए। और इसके प्रमुख खिलाड़ी जैसे AWS, Azure (Microsoft) और Google क्लाउड लाए हैं अपने-अपने प्रमाणपत्र जिनके आधार पर सेवा प्रदाता कंपनियों के साथ-साथ उन सेवाओं का उपभोग करने वाली अंतिम उपयोगकर्ता कंपनियां भी क्लाउड पेशेवरों को काम पर रखने में रुचि रखती हैं। अकेले चीन में ही - क्लाउड कंप्यूटिंग बाजार 2021 में $27.4 बिलियन तक पहुंच गया है और 2026 में $84.7 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है।
लेखक गौरव सक्सेना कंप्यूटर साइंस में बी.टेक हैं, जिन्होंने ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी, कनाडा से शिक्षा प्राप्त की है। वर्तमान में वे मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया स्थित ऑप्टस टेलीकॉम में क्लाइंट डिलीवरी मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। लेख में दिए गए सुझाव लेखक की निजी राय है।