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Good Work : नोएडा पुलिस ने मालिकों को लौटाए 57 मोबाइल, लिटिल चोरों ने किया था हाथ साफ... महिलाओं को करते थे टारगेट

नोएडा के थाना फेज-2 पुलिस ने 24 दिसंबर को 2 लिटिल चोर को पकड़ा था। इन दोनों के पास से 30 मोबाइल फोन बरामद किए गए। इन दोनों की निशानदेही पर तीन और लिटिल चोर पकड़े गए। जिनके पास से 27 मोबाइल मिले। ऐसे कुल 57 मोबाइल को उनके मालिकों को वापस किया गया।

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Vibhoo Mishra
नोएडा
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नोएडा, वाईबीएन नेटवर्क। 

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नोएडा के थाना फेज-2 पुलिस ने 24 दिसंबर को 2 लिटिल चोर को पकड़ा था। इन दोनों के पास से 30 मोबाइल फोन बरामद किए गए। इन दोनों की निशानदेही पर तीन और लिटिल चोर पकड़े गए। जिनके पास से 27 मोबाइल मिले। ऐसे कुल 57 मोबाइल को उनके मालिकों को वापस किया गया। डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि ये लिटिल चोर भीड़ भाड़ वाले बाजारों से मोबाइल चोरी करते थे। और तय की गई दुकानों पर बेचते थे। इन दुकानदारों को भी पकड़ा गया है।  

डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि शनिवार को फेस-2 पुलिस ने कोर्ट के आदेशानुसार इस प्रकरण से संबंधित 57 कीमती मोबाइल फोन को उनके मालिकों से संपर्क कर वापस लौटाया। पुलिस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों की सहायता से सभी मोबाइल फोन मालिकों के बारे में जानकारी एकत्र की। उनसे सम्पर्क कर उनका फोन मिलने की सूचना दी गई। ऐसे में सभी लोग थाना फेज-2 आए और मोबाइल फोन प्राप्त किया। ये लिटिल चोर महिलाओं को टारगेट करते थे।

कैसे करते थे लिटिल चोर चोरी 

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एनसीआर क्षेत्र में भीड़-भाड़ वाले बाजारों, सब्जी व फलों की मंडियों व साप्ताहिक बाजारों में मौका पाकर लोगों के कीमती मोबाइल फोन चोरी करते थे। दूसरे राज्य में जाकर चोरी के मोबाइल फोन बेचने का काम करते थे। मंडी साप्ताहिक बाजार में आने वाले ग्राहक विशेषकर महिलाओं को टारगेट करते थे। ये ध्यान भंग होने की प्रतीक्षा करते थे। थोड़ी सी भी चूक होने पर तुरंत मोबाइल लेकर गायब हो जाते थे। 

ग्रुप बनाकर करते थे हाथ साफ 

समूह में कार्य करते थे। मोबाइल चुरा लेने के बाद पकड़े जाने की सम्भावना की आशंका होते ही अपने दूसरे साथी को मोबाइल पकड़ा देते थे। इनके पास से काफी संख्या में मोबाइल एकत्र हो जाने के बाद झारखंड या पश्चिम बंगाल में जाकर औने-पौने दाम में बेच देते थे। बिना अभिभावक के ही जनपद में आगमन करते थे।  मकान मालिक को कोई भी झूठी कहानी बताकर टोकन मनी देकर किराये का कमरा ले लेते थे। ठेले इत्यादि पर खाना खाते थे। मोबाइल फोन चोरी करने वाले सभी बाल अपचारी पकड़े जाने के डर से एक जगह न रहकर निरंतर स्थान बदलते रहते थे तथा एक जगह टिक कर नही रहते थे।

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