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ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण Photograph: (Google)
नोएडा, वाईबीएन न्यूज। ग्रेटर नोएडा में लंबे समय से अटके 227 करोड़ रुपये के इंटीग्रेटेड ट्रैफिक और सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम (ISTMS) प्रोजेक्ट के लिए तीन कंपनियां फाइनल लिस्ट में शामिल की गई हैं। GNIDA के सीईओ रवि कुमार एन.जी. ने बताया कि परियोजना के लिए अंतिम कंपनी का चयन अगले माह किया जाएगा, जिसके बाद यह लंबित प्रोजेक्ट आखिरकार शुरू हो सकेगा।
मार्च, 2023 से लटका है प्रोजेक्ट
ट्रैफिक सेफ्टी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे से संबंधित यह प्रोजेक्ट मार्च, 2023 से लटका हुआ है। टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के लिए जरूरी बिड न मिलने के कारण प्राधिकरण इस प्रोजेक्ट को आगे नहीं बढ़ा सका। कई बार टेंडर निकाले गए लेकिन कंपनियों के द्वारा रूचि न लिए जाने के कारण हर बार टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं पाती थी। बिड नहीं मिलने के कारण टेंडर कई बार बढ़ाए गए थे।
115 चौराहों पर 2700 कैमरे लगेंगे
ISTMS के तहत 115 प्रमुख चौराहों पर 2,700 से अधिक निगरानी कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे GNIDA के नॉलेज पार्क IV मुख्यालय में स्थापित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) से जुड़े होंगे। सिस्टम वास्तविक समय में नियम उल्लंघन, संदिग्ध गतिविधियों और आपातकालीन स्थिति की निगरानी करेगा।
सुरक्षा के लिए कई अन्य उपाय भी किए जाएंगे।
सुरक्षा के लिए कई अन्य उपाय भी किए जाएंगे।
कैमरे के जरिए ऐसे मिलेगी अधिकारियों को सूचना
इमरजेंसी कॉल बॉक्स (ECB) नागरिकों को केवल कैमरे के सामने हाथ हिलाकर अधिकारियों को सूचित करने की सुविधा देंगे। महिलाओं की सुरक्षा के लिए पिंक बूथ भी स्थापित किए जाएंगे। यह प्रोजेक्ट ग्रेटर नोएडा के ट्रैफिक और सुरक्षा ढांचे को आधुनिक बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।