नोएडा, वाईबीएन नेटवर्क।
अंतिम संस्कार के दौरान CNG चैम्बर के कार्य बंद कर देने के मामले में Noida Development Authority द्वारा कराई गई जांच में विद्युत एवं यांत्रिक विभाग की लापरवाही सामने आई है। जांच अधिकारी ने कार्य में शिथिलता बरतने पर सम्बंधित प्रबंधक का वेतन रोकने की संस्तुति की है।
क्या है मामला
सेक्टर-94 स्थित अंतिम निवास स्थान में अंतिम संस्कार सीएनजी चैंबर के माध्यम से किया जा रहा था। अचानक बिजली सप्लाई बंद हो गई जिससे सीएनजी चैंबर ने कार्य करना बंद कर दिया। इस कारण करीब दोपहर 12 से 12 बजकर 10 मिनट तक सीएनजी चैंबर में काम नहीं हो सका था और चैम्बर में शव का संस्कार अधर में ही लटक गया था। जिसकी शिकायत मृतक के परिजनों ने प्राधिकरण अधिकारियों से की थी। इस प्रकरण की जांच नोयडा प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी अरविन्द कुमार नोएडा प्राधिकरण ने की थी। इस दौरान उन्होंने मौका मुआयना कर निरीक्षण किया था।
जांच में ये निकली खामी
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अंतिम निवास में कुल 4 सीएनजी चैंबर हैं। जिनमे से 2 चैंबर कोविड के समय से ही क्रियाशील नहीं है। वर्तमान में 02 सीएनजी चैंबर में से एक सीएनजी चैंबर क्रियाशील है। एक सीएनजी चैंबर की मरम्मत चल रही है जो दो सप्ताह में चालु हो जायेगा। जांच में सामने आया कि जनरेटर खराब होने के कारण सीएनजी चैंबर लगभग 10 मिनट तक बंद हो गया था। जांच अधिकारी ने इसके लिए विद्युत एवं यांत्रिक विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक एवं प्रबंधक की लापरवाही को दोषी ठहराया है। उन्होंने वरिष्ठ प्रबंधक को फटकार लगाते हुए खराब जनरेटर को तुरंत ठीक कराने, भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही न होने देने के साथ ही संबंधित प्रबंधक का वेतन रोकने की संस्तुति की है।