ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन नेटवर्क
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन की तैयारियां तेज़ी से चल रही हैं और इसके यात्री सेवाओं के शुरू होने का समय नजदीक आ गया है। दिसंबर में सफल वैलिडेशन फ्लाइट के बाद एयरोड्रम लाइसेंस के लिए आवेदन किया गया था। इस प्रक्रिया के साथ फ्लाइट शिड्यूलिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। महानिदेशालय को वैमानिकी सूचना प्रकाशन का ड्राफ्ट भेजा जा चुका है, जिससे एयरपोर्ट की पहचान डीएक्सएन कोड के साथ एविएशन मानचित्र पर अंकित हो जाएगी।
मार्च में मिल सकता है एयरोड्रम लाइसेंस
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (यापल) ने एयरोड्रम लाइसेंस के लिए महानिदेशालय नागर विमानन में आवेदन किया है। उम्मीद जताई जा रही है कि मार्च तक एयरोड्रम लाइसेंस मिल जाएगा, जिसके बाद व्यावसायिक विमानों के लिए टिकट बुकिंग शुरू हो जाएगी। पहले दिन से ही एयरपोर्ट से 30 फ्लाइट्स की शुरुआत होने की संभावना है, जिनमें 3 अंतरराष्ट्रीय और 25 घरेलू सेवाएं शामिल होंगी।
एयरपोर्ट उद्घाटन के लिए पीएम से समय मांगा गया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन के लिए समय मांगते हुए पत्र लिखा है। उन्होंने उद्घाटन कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री की उपस्थिति की अपेक्षा की है।
एयरपोर्ट का निर्माण और सुविधाएं
नोएडा एयरपोर्ट का 78 फीसदी से अधिक कार्य पूरा हो चुका है। रनवे और एटीसी टावर बनकर तैयार हो चुके हैं, और टर्मिनल बिल्डिंग में फ्लोर का काम पूरा हो चुका है, जबकि छत का काम जारी है। टर्मिनल में एयरोब्रिज लगाने का काम भी शुरू हो गया है, और मार्च तक करीब दस एयरोब्रिज लगाने का कार्य पूरा होने की उम्मीद है। इसके अलावा, एयरपोर्ट के रनवे का सफल ट्रायल भी हो चुका है, जिसमें दिसंबर में इंडिगो के एयर 300 विमान ने लैंडिंग की और डाटा एकत्रित किया। इसके साथ ही रडार सिस्टम सहित अन्य उपकरणों की जांच कर रिकार्ड तैयार किया गया, जिसे डीजीसीए के पास भेजा जा चुका है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विमानन सेवाएं देने के लिए एयर इंडिया, इंडिगो, आकासा सहित अन्य प्रमुख विमानन कंपनियां यापल के साथ समझौता कर चुकी हैं।