नोएडा, वाईबीएन संवाददाता। नोएडा में किसानों की आबादी की समस्या का निपटारा प्राधिकरण की ओर से किया जा रहा है। इस क्रम में प्राधिकरण ने 15 गांवों का दोबारा से सर्वे कराया। ये सर्वे आबादी और अवैध निर्माण को लेकर था। दरअसल किसानों की शिकायत रही है कि उनकी आबादी पर गलत तरीके से सर्वे कराकर फाइलों में अतिक्रमण लगा रखा है। जिससे उनको मुआवजा और अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। 10 -15 सालों से किसान इस तरह की शिकायत लगातार कर रहे थे। ऐसे में प्राधिकरण ने दोबारा सर्वे करने की प्लानिंग की।
55 गांवों को चिन्हित किया गया
प्राधिकरण के ओएसडी क्रांति शेखर ने बताया कि किसानों की शिकायत को आधार बनाकर ही 55 गांवों को चिन्हित किया गया। जिसमें से अधिक शिकायत वाले 15 गांवों का चुना गया। यहां प्राधिकरण की टीम सेटेलाइट मैप के साथ पहुंची और पहले फेज में 377 किसानों की आबादी का सर्वे किया। जिनकी फाइलिंग तैयार की गई। इसके अलावा कई किसानों की शिकायत अतिक्रमण से संबंधित थी। इसमें 250 किसानों का आबादी और अतिक्रमण का सर्वे किया गया। Greater Noida Authority | greater noida industry | Noida Authority | greater noida | Noida
दोबारा सर्वे में 38 किसानों पर नहीं मिला अतिक्रमण
जिमसें से 38 ऐसे किसान मिले जिन जमीन पर अतिक्रमण नहीं था। लेकिन फाइलों में अतिक्रमण लगाया गया था। इसकी रिपोर्ट प्राधिकरण सीईओ को भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि इसी तरह किसानों को 5 प्रतिशत आबादी का भूखंड देने के लिए 6 हजार वर्गमीटर जमीन चिन्हित की गई। जिसमें प्लाट काटे जा रहे है। वहीं आपसी सहमति से अब तक करीब 10 हेक्टेयर का लैंड बैंक प्राधिकरण ने तैयार किया।
ग्रुप हाउसिंग प्लाट का बदला लैंड यूज
एसीईओ सतीश पाल ने बताया कि किसानों को 5 प्रतिशत भूखंड देने के लिए सेक्टर-146 में दो ग्रुप हाउसिंग प्लाट का लैंड यूज बदला गया। जिसमें पहले फेज में 55 किसानों को 5 प्रतिशत प्लाट दिए गए। इसके अलावा दूसरे फेज में 23 और किसानों को 5 प्रतिशत भूखंड आवंटित किए गए। ये सभी किसान 8 गांवों के है। इसके अलावा 203 प्लाट और लगाए जााने है। जिसके लिए 42 हजार वर्गमीटर जमीन चाहिए। ये प्लाट भी एक महीने में लगा दिए जाएंगे।