नोएडा के सेक्टर-65 स्थित ओयो इंडिया कंपनी में सोमवार रात एक भयंकर आग लग गई। जिससे कंपनी के कार्यालय का सेकेंड फ्लोर पूरी तरह से जलकर राख हो गया। इस घटना से बर्तन के स्टोर और बेसमेंट में स्थित गार्मेंट फैक्ट्री को बचा लिया गया, क्योंकि दमकल विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आग पर नियंत्रण पाया। इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन कंपनी को भारी नुकसान हुआ है। सीएफओ प्रदीप चौबे ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार रात को सेक्टर-65 के प्लाट नंबर सी-77 में आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। जैसे ही दमकल विभाग को सूचना मिली, तुरंत ही 10 दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर भेजी गईं। दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाने के लिए तेजी से काम किया और लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद आग काबू पाया गया।
आग को बढ़ने से रोका
अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आग ओयो इंडिया कंपनी के सेकेंड फ्लोर पर लगी थी जहां कार्यालय संबंधी कार्य होते थे। दमकलकर्मियों ने फर्स्ट फ्लोर और बेसमेंट तक आग को फैलने से रोका और आग को सेकेंड फ्लोर तक ही सीमित रखा। यदि आग फर्स्ट फ्लोर और बेसमेंट तक पहुँच जाती, तो स्थिती और भी विकट हो सकती थी, क्योंकि फर्स्ट फ्लोर पर आने से पहले ही आग पर काबू पा लिया गया था। हालांकि, सेकेंड फ्लोर में स्थित सभी कार्यालय सामग्री जलकर राख हो गई। गनीमत यह रही कि बेसमेंट में स्थित गार्मेंट फैक्ट्री और नीचे स्थित बर्तन के स्टोर तक आग नहीं पहुंच पाई, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
आग की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की
यह घटना नोएडा में आग की बढ़ती घटनाओं में से एक है। हाल के दिनों में नोएडा और ग्रेटर नोएडा में आग की कई घटनाएं सामने आई हैं। यह पांचवीं बड़ी आग की घटना थी। इससे पहले ग्रेटर नोएडा के हॉस्टल, नोएडा के सेक्टर-18 प्लाजा, बेहलोलपुर में कबाड़ की दुकान, सेक्टर-49 की दो दुकानों और गार्मेंट फैक्ट्री में आग लग चुकी है। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा में कुछ कंपनियों, पार्कों और डंपिंग साइट्स पर भी आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। सीएफओ प्रदीप चौबे ने आग की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, "गर्मी बढ़ने के साथ ही आग की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। हमें विशेष ध्यान और सावधानी बरतने की आवश्यकता है, ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।" उन्होंने आग बुझाने के लिए पूरी टीम की सराहना की और कहा कि दमकल विभाग के कर्मियों ने अपनी तत्परता और समर्पण से बड़ी तबाही को टाल दिया। यह घटना न केवल ओयो इंडिया कंपनी के लिए, बल्कि पूरे नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के लिए एक चेतावनी है कि गर्मी के मौसम में आग लगने की घटनाओं में वृद्धि हो सकती है, और इसके लिए हमें हमेशा तैयार रहना होगा।