YBN PALAMU:-
प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महान अभियान (पीएम - जनमन )के अंतर्गत पलामू जिला में 100.137 किमी लंबी 21 सड़कों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके निर्माण पर 79 करोड़ 33 लाख 12 हजार रूपये खर्च किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त गढ़वा जिला मे 11 सड़कों (38.290 किमी) का भी निर्माण कराया जाएगा। यह जानकारी पलामू सांसद विष्णुदयाल राम के निजी सचिव अलख दूबे ने दी है। बताया कि पलामू संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत पलामू व गढ़वा की आदिम जनजाति के गांव में बेहतर सड़क कनेक्टिविटी हेतु विभिन्न प्रखंडों में कुल 32 सड़कों के निर्माण पर करीब एक अरब 13 करोड़ 7 लाख रूपये खर्च किए जाएंगे। पलामू सांसद ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व ग्रामीण विकास कृषि एवं कल्याण मंत्रालय के मंत्री शिवराज सिंह चौहान को पलामू संसदीय क्षेत्र की समस्त जनता की ओर से आभार व्यक्त किया है। कहा कि उक्त सड़कों के निर्माण से आदिम जनजाति बाहुल्य गांव में रहने वालों लोगों की आवागमन की सुविधा सुगम होगी। उक्त 32 सड़कों के निविदा जल्द प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
बाक्स:पलामू में इन सड़कों का होगा निर्माण
विश्रामपुर प्रखंड अंतर्गत सोहदाग खुर्द से कुम्बी कला मेन रोड तक, इटको पंचायत सचिवालय से सिंजो तक, कुंभी खुर्द मोड़ से ठेकी तक, पांडू पथलबंधवा से बरवाही वाया मचवा दामर तक। इसी तरह चैनपुर प्रखंड अन्तर्गत रकद रोड सलतुआ से कटींग कोरवा टोला तक, नावाडीह सुनगांई से कोरवा टोला होते हुए नावाडीह बरवा टोला करवा तक, बहेराखाड़ बाजार से बेनीडीह कबरा बाथन पुल तक, कांचन से तिनकोनियां मेन रोड़ तक, चैनपुर महोत मुरिया से डाटम मदगड़ा रोड़ होते हुए खैराही तक, कुंडपानी से बेली रोड होते हुए सरहुआ तक, नावा (बियादोहर) से डाटम होते हुए महुत मुरिया तक, इस्लामनगर मोड़ से धमनवां मेन रोड़ तक, मिशन स्कुल चौक से बेरमा मस्जिद चैक रोड़ तक, चैनपुर बरवाडीह पीडब्लुडी रोड़ से चुंगरा बांसडीह तक, छतरपुर प्रखंड अन्तर्गत छत्तरपुर मदनपुर आरईओ रोड़ पिंडराही से अहराही पडरिया टोला तक, पीडब्लूडी रोड़ दुनदुर तारडीह से दुनदुर रोड़ तक, छत्तरपुर एनएच 98 कुरौली रोड़ से कुरौली पडरिया टोला रोड तक, रोड लेबर मोड़ से टुकटुका रोड तक, पीएमजीएस रोड अरार दुपटिया से थेखी वाया आरा रोड तक, तारादाग मोड़ से दिन्दी परहीया टोला तक व हुसैनाबाद के लपसेरा गांव से प्रतापपुर परहीया टोला वाया जिदीयाही तक की योजना शामिल है।