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YBN PALAMU
YBN PALAMU:-
सावन शुरू हो जाने के बावजूद कई किसान अभी तक धान का बिहन नहीं कर पाए हैं। मक्का की खेती प्रभावित है। 20 प्रतिशत खेतों में भी इसकी बुआई नहीं हो पाई है। मक्का की खेती के लिए नमी युक्त सूखी मिट्टी की जुताई कर बीज डाले जाते हैं। अब बारिश रुक नहीं रही है तो खेत की जुताई कैसे हो। नतीजतन खेत खाली पड़े हैं। खरपतवार से खेत आच्छादित हो गए हैं। किसान किसी तरह इसी मौसम में आंशिक रूप से खेती करने को मजबूर हैं। बताते चलें कि पलामू में मानसून का आगमन 18 जून को हुआ था। तब से शायद ही कोई दिन रहा हो कि बारिश नहीं हुई हो। समय पर मानसून के आगमन से किसान हर्षित थे कि इस वर्ष की खेती अच्छी होगी। 22 जून को आद्रा नक्षत्र चढ़ने व इस नक्षत्र के प्रारंभ में वर्षा होने से किसने में खासा उत्साह था। इस नक्षत्र में ही खेतों में बीज डाले जाते हैं। इधर आद्रा नक्षत्र समाप्त हुए एक सप्ताह से भी ज्यादा हो गए। बावजूद दिन में किसी न किसी समय बारिश होकर खेती को बाधित कर रही है। एक तरह से बारिश ने खेती किसानों के खेती पर ब्रेक लगा दी है।
बाक्स 18 जून से कमोबेश प्रतिदिन बारिश हो रही है। खेत गिले होने के कारण खेतों की जुताई नहीं हो पा रही है। मक्का की खेती के आसार नहीं के बराबर है। आद्रा नक्षत्र बीते 8 दिन से ज्यादा हो गए, पर अभी तक पूरी तरह धान का बिहन भी नहीं हो पाया है।
गिरिवर चौधरी,किसान,चोटहांसा, चैनपुर पलामू।
आद्रा नक्षत्र में पर्याप्त बारिश होने से अच्छी खेती की उम्मीद जगी थी। बावजूद प्रतिदिन वर्षा काम बिगाड़ रही है। खेत जोतने लायक नहीं है। इसलिए बिहन नहीं डाला जा रहा है। मक्का की खेती कि आस लगभग खत्म हो रही है। लगता है अब खेत परती ही रहेंगे।
लक्ष्मण सिंह, किसान बंदुआ, चैनपुर पलामू।