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छह मुहान पर ईद-मिलाद-उन-नबी पर हुए समारोह में बाेलते मौलाना जुबैर अख्तर बरकाती,मौजूद उलेमा व अन्य' Photograph: (ORIGNAL)
YBN PALAMU:-
इस मौके पर जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाली गई। इसमें हजारों युवा, बच्चे व बुजुर्ग शामिल हुए। इस्लाम मजहब के बानी (प्रवर्तक) हजरत मोहम्मद सल्ललाहो अलैही वसल्लम की यौमे पैदाईश (जयंती) पर यह जुलूस निकाला गया। इसमें अकीदतमंदों ने रसूल की आमद मरहबा, सरकार की आमद मरहबा,रसूल की शान अल्लाह-अल्लाह आदि की सदाएं बुलंद करते आगे बढ़ रहे थे। काफी लोग हाथों में राष्ट्रीयध्वज व इस्लामिक झंडा लहरा रहे थे। स्थानीय गौसिया मुहल्ला स्थित नूरी मस्जिद के निकट से सुबह 7.30 बजे जुलूस-ए-मोहम्मदी निकली। यह जुलूस मुस्लिमनगर, शाह मुहल्लाह, शास्त्री नगर, शिवाला रोड,आढ़त रोड, कन्नी राम चौक,सत्तारसेठ चौक,पंचमुहान ,जिला स्कूल चौक होते शहर के छहमुहान पहुंचा। रास्ते में कई उलेमा-ए-कराम ने ईद मिलाद-उन-नबी के महत्व पर प्रकाश डाला। कनी राम चौक, पंचमुहान व जिला स्कूल चौक पर थोड़ी देर के लिए नुक्कड़नुमा सभा हुई। छह मुहान पर समारोह हुआ। यहां स्थानीय मदीना मस्जिद के खतीब व इमाम मौलाना सैयद रजी अहमद शम्सी, चौक बाजार मस्जिद के खतीब व इमाम मुफ्ती मौलाना जुबैर अख्तर बरकाती,मदरसा गौसिया रिजविया के मुहतमिम मौलाना महताब आलम जियाई, मुफ्ती मो. मुजीबुल्लाह आदि उलेमा-ए-कराम ने फरमाया कि इस्लाम पूरे विश्व को अमन व शांति का पैगाम देता है। इस्लाम धर्म के प्रवर्तक हजरत मोहम्मद सल्ललाहो अलैही वसल्लम ने दुनिया की सामाजिक,आर्थिक व राजनीतिक बुराईयों को दूर किया। महिलाओं को सम्मान दिलाया। जुल्म व सितम के खिलाफ आवाज बुलंद करने का पाठ पढ़ाया। अल्लाह व उसके रसूल के बताए रास्ते पर चलकर ही दुनिया में अमन की फिजां कायम की जा सकती है। यहां लोगों ने संकल्प लिया कि सभी धर्म व जाति के लोग मिलकर अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे। जुमा के मद्देनजर सलाम व दुआ के साथ जुलूस संपन्न हो गया। इसमें आपसी एकता व मुल्क की तरक्की व अमन की दुआएं की गई। कबूतर उड़ाए गए। इसी बीच पलामू के डीआईजी नौशाद आलम ने कहा कि महजब-ए-इस्लाम भाईचारगी व वतन से मुहब्बत का पैगाम देता है। उन्होंने सुरह जुमा की तिलावत व नात पाक पेश की। यह जुलूस थाना रोड,अस्पतला चौक समेत निर्धारित मार्ग से होते हुए अपने-अपने क्षेत्र में लौट गया। जुलूस-ए-मोहम्मदी का एहतेमाम आयोजन कमेटी ने किया। इसका नेतृत्व उक्त उलेमा समेत कारी जसीमउद्दनी शमीमी, आयोजन कमेटी के सदर मो.जीशान खां, पलामू के सदर, मुस्तफा कमाल,नसीम अहमद खां, नूर मोहम्मद उर्फ तुल्लू खां,कमाल खां पप्पू,मोबीन अख्तर,सन्नू सिद्दीकी,मज्जू खां,मो.कलाम, असगर हुसैन, महताब आलम,हाजी मुमताज खां, मो.इसराईल आजाद,अंजुम अख्तर,एसएम शाहनवाज, कारी जेयाउल्लाह, वसीम खां,मो.आदिल,मो.जीशान समर,मो.यूसुफ,अफरोज आलम पप्पू, शहरयार खां,सैयद मो.इलियास समेत हजारों लोग शामिल थे।
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