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विश्वकर्मा लोहर समाज पलामू की बैठक में शामिल पदधारी व सदस्यगण Photograph: (Orignal)
YBN PALAMU:-
इसकी अध्यक्षता समाज के जिला अध्यक्ष मोहन विश्वकर्मा व संचालन प्रधान महासचिव सत्येन्द्र शर्मा ने किया। बैठक के मुख्य अतिथि मोर्चा के प्रदेश संयोजक अतीत विश्वर्मा ने कहा कि विश्वकर्मा लोहार समाज को दशकों पहले अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा मिला चुका है। बिहार पुर्नगठन अधिनियम 2000 के तहत झारखंड राज्य गठन के समय अनुसूचित जनजाति आदेश से लोहार को हटा दिया गया। इसर मामले को झारखंड उच्च न्यायलय में दायर किया गया। जनजाति मंत्रालय ने अपने हलफनामे में गलती स्वीकार करते हुए पूर्व की भांति लोहार समाज को अनुसूचित जनजाति की सुविधा बहाल करने की बात कही है। बावजूद सरकार इसे लागू नहीं कर रही है। वे मांग करते हैं कि झारखंड सरकार विश्वकर्मा लोहार समाज को एसटी के मिले दर्जा का लागू करे। विशिष्ट अतिथि गिरजा विश्वकर्मा, विश्वरंजन विश्वकर्मा के अलावे कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए। बैठक में शिक्षक बसंत विश्वकर्मा, राजेश विश्वकर्मा, रंजीत विश्वकर्मा, कमलेश विश्वकर्मा, सुरेश विश्वकर्मा, अस्तुरा जी, विजय विश्वकर्मा. एके विश्वकर्मा, विशुनदेव विश्वकर्मा, प्रभु विश्वकर्मा, भोलानाथ विश्वकर्मा, अशोक विश्वकर्मा, गीता देवी, गढ़वा जिला से आए शिवकुमारविश्वकर्मा, अम्बिकाविश्वकर्मा, रामनाथ विश्वकर्मा, नरेश विश्वकर्मा, बलराम विश्वकर्मा, आइटीआई के प्रो. प्रदीप विश्वकर्मा , शिवराम विश्वकर्मा, शिया राम विश्वकर्मा, डा अर्जुन विश्वकर्मा, डा नंदेव विश्वकर्मा, भगवान विश्वकर्मा, मिथलेश विश्वकर्मा, गिरजा विश्वकर्मा, टिंकू विश्वकर्मा , संटू विश्वकर्मा, धर्मेंद्र विश्वकर्मा, अनील विश्वकर्मा (वकील), नारायण आइटीआई के प्रो, पूर्व यूवा अध्यक्ष सिकेंद्र आइटीआई के अलावे काफी संख्यामें लोग उपस्थित थे।