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PALAMU:-बरसात में खौफ के साए में विद्यालयों में पढ़ रहे हैं विद्यार्थी

पलामू जिला के 75 प्रतशित विद्यालयों के विद्यार्थी खौफ के साए में पढ़ने को विवश हैं। जिला के 75 प्रतिशत से अधिक सरकारी स्कूलों से तड़ित चालक नहीं है।

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Md Zeeshan Samar

YBN PALAMU:-

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अधिकांश में तड़ित चालक लगा ही नहीं और जहां लगा उसमें 25 प्रतिशत विद्यालय के तड़ित चालक चोरी हो गए। शिक्षा विभाग के पास फिलवक्त तड़ित चालक संबंधित कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं। शिक्षा विभाग के पास यह आंकड़ा नहीं है कि कितने स्कूलों में तड़ित चालक लगाए गए थे और कितने स्कूलों से तड़ित चालक की चोरी हो गई। 1246 हजार एकड़ पठारी जमीन पर फैले पलामू जिले के 490 से भी कम सरकारी स्कूलों में तड़ित चालक बचा हुआ है। इसमें भी अधिकांश कामयाब नहीं है। पलामू जिला भी वज्रपात के दृष्टिकोण से संवेदनशील है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 10 से अधिक लोगों की मौत वज्रपात से हुई है। इस वर्ष गर्मी के मौसम में भी आकाश में बादल, बारिश व वज्रपात की घटना हुई है। समग्र शिक्षा अभियान के सहायक अभियंता सुधीर कुमार दुबे ने बताया कि तड़ित चालक संबंधित कोई भी समेकित रिपोर्ट उपलब्ध नहीं है। वैसे जिला में करीब 1200 से अधिक विद्यालयों में तड़ित चालक लगाए गए थे। किसी प्रखंड संसाधन केंद्र ने तड़ित चालक संबंधित अद्यतन रिपोर्ट समग्र शिक्षा अभियान को उपलब्ध नहीं कराया है। एक तड़ित चालक लगाने में 30 से 35 हजार रुपए खर्च पड़ते है। हुसैनाबाद के एकडरी गांव स्थित मध्य विद्यालय में पिछले तड़ित चालक चोरी हो गई। हुसैनाबाद थाना में सनहा दर्ज है। दोबारा इस स्कूल में तड़ित चालक नहीं लगाया गया है। मालमू हो कि पलामू जिले में 2564 सरकारी स्कूल संचालित हैं। इनमें 135 उच्च विद्यालय, 54 प्लस टू उच्च विद्यालय, 1157 मध्य व 12ृ18 प्राथमिक विद्यालय संचालित है। वित्तीय वर्ष 2008-09, 2009-10 व 2010-11 में अधिकांश स्कूलों में तड़ित चालक लगाए गए थे। पलामू में बरसात के अलावा अन्य मौसम में भी हल्की बारिश के साथ ठनका गिरने की घटना होती रहती है। इसे देखते हुए अधिकांश स्कूलों में दुर्घटना से बचाव के लिए तड़ित चालक लगाए गए थे। इससे शिक्षक व बच्चे ठनका से भयमुक्त होकर विद्यालयों में अध्ययन-अध्यापन कर सकें। तड़ित चालक की चोरी के बाद हेडमास्टर सह स्कूल प्रबंधन समितियों के सचिवों ने अपने स्तर से थानों में प्राथमिकी दर्ज कराई है। अधिकांश मामले में चोर नहीं पकड़े गए हैं। प्राथमिकी के बाद स्कूल प्रबंधन समितियां अपना दायित्व का इतिश्री कर बैठते हैं। इसके कारण शिक्षक वब च्चे मौसम खराब होते ही खौफजदा हो जाते हैं।
पलामू के कितने स्कूलों में किस वित्तीय वर्ष में कितने तड़ित चालक लगाए गए थे कितने स्कूलों से तड़ित चालक की चोरी हुई है इसका समेकित डाटा उपलब्ध नहीं है। तड़ित चालक चोरी हाेने प्रधानाध्यापकों ने संबंधित थानें में सनहा करा दिया है। चोरी के बाद संबंधित विद्यालयों में दोबारा तड़ित चालक लगाने की फिलवक्त कोई योजनानहीं है।
डा दुर्गानंद झा,जिला शिक्षा पदाधिकारी,पलामू।

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