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अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर हुई गोष्ठी में स्लोगन लिखे बैनर के साथ मोर्चा के लोग Photograph: (ORIGNAL)
YBN PALAMU:-
इसकी अध्यक्षता मोर्चा अध्यक्ष उदय राम व संचालन संजय कुमार ने किया। मोर्चा अध्यक्ष उदय ने स्लोगन पेश किया कि बाघ वनों की शान है- इसे बचाना हमारा काम है। जंगलों की रक्षा होगी तभी बाघ बचेंगे। कहा कि 29 जुलाई को दुनिया भर में 2010 से बाघ दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य बाघों की घटती संख्या को कारणों को जानने व उनके संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करना है। भारत में केवल 3166 बाघ बचे हैं। जलवायु परिवर्तन के नुकसान से बाघ तेजी से मनुष्यों के साथ संघर्ष में आ रहे हैं। इससे उनका शिकार व अवैध व्यापार गंभीर खतरा बन गया है। बाघ विलुप्त होने के कागार पर हैं। इनकी हड्डी, त्वचा व अन्य भागों की मांग के कारण बाघों का अवैध शिकार किया जा रहा है। ऐसे में वन्य जीव व्यापार, अवैध शिकार व इनके रहने वाले क्षेत्र की रक्षा करना होगा। बाघ व मानव के संघर्ष को रोकना होगा। इससे सभी वन्य जीवो की रक्षा होगी। पलामू टाइगर रिजर्व 1974 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत बनाया गया था। यह भारत का पहले नव बाघ अभयारण्य में से एक था। 1973 में केंद्र सरकार ने प्रोजेक्ट टाइगर शुरू करने के बाद घोषित किया था। इस अवसर पर प्रभात कुमार, विक्रम कुमार, रुपेश कुमार, पृथ्वी कुमार, अंशु कुमार, राहुल कुमार, जयपाल मोची, कृष्णा राम, संतोष विश्वकर्मा, सतीश दुबे समेत कई लोग उपस्थित थे