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PALAMU:-शिविरों के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक है पहुंचना : एसडीपीओ

हुसैनाबाद के महुडंड में जन समाधान शिविर का हुआ आयोजन | नक्सलवाद समाज के लिए है कैंसर जैसी घातक बीमारी : नेहा || पलामू: हुसैनाबाद के सुदूरवर्ती महुडंड पंचायत के लोहबंधा स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शनिवार को जन समाधान शिविर का आयोजन किया गया।

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Md Zeeshan Samar
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YBN PALAMU

YBN PALAMU:-

इसका आयोजन हुसैनाबाद अनुमंडल पुलिस प्रशासन की ओर से किया गया। शिविर में एसडीपीओ एस. मोहम्मद याकूब ने कहा कि पलामू पुलिस इस तरह के शिविरों के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने, संवाद स्थापित करने व विश्वास मजबूत करने का निरंतर प्रयास कर रही है। शविर का उद्देश्य प्रशासनिक सेवाओं को सीधा ग्रामीणों तक पहुंचाना, उनकी समस्याएं सुनना व त्वरित समाधान करना है। शिविर में पूर्व नक्सली अजय यादव की पुत्री नेहा कुमारी ने अपने संबोधन से सभी को भावुक कर दिया। कहा कि नक्सलवाद हमारे समाज के लिए एक गंभीर व कैंसर जैसी घातक बीमारी है। उनके पिता भी कभी मुख्यधारा से भटक कर नक्सलियों की राह पर चल पड़े थे। इससे हमें क्या मिला। एक दिन वह मारे गए और हमारे सिर से हमेशा के लिए पिता का साया उठ गया। बचपन से लेकर आज तक हमने सिर्फ संघर्ष व खालीपन देखा है। नेहा ने कहा कि आज हर युवा से कहना चाहती हैं कि नक्सलवाद से दूर रहें। सरकार की योजनाओं से जुड़कर अपनी जिंदगी बेहतर बनाएं। शिक्षा और विकास ही असली रास्ता है। उन्होंने पलामू पुलिस को धन्यवाद दिया कि वे आज उनके गांव तक पहुंच रहे हैं। ग्रामीणों की बात सुन रहे हैं। हम सबको सही दिशा दिखा रहे हैं। नेहा की यह बात गहरी संवेदना से भरी थी। साथ ही युवाओं के लिए एक सशक्त प्रेरणादायक भी है। शिविर में पलामू के एएसपी राकेश सिंह, हुसैनाबाद के एसडीएम ओमप्रकाश गुप्ता समेत विभिन्न विभागों के पदाधिकारी व कर्मचारी व पुलिस जवान उपस्थित थे।

शिविर में 400 ग्रामीणों ने लिया भाग

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हुसैनाबाद: लोहबंधा उत्क्रमित मध्य विद्यालय में लगा शिविर दिन के 11 बजे से शाम 4 बजे तक संचालित हुआ। इसमें लगभग 400 ग्रामीणों ने भाग लिया। शिविर में जमीन विवाद, वृद्धा पेंशन, शिक्षा, आंगनबाड़ी, नक्सली आत्मसमर्पण योजना जैसी जनसमस्याओं को प्राथमिकता देकर सुना व यथासंभ समाधान किया गया। शिविर के दौरान पुलिस पदाधिकारियों ने विद्यालय के बच्चों के बीच खेलकूद सामग्री जैसे बाल, बल्ला, विकेट आदि का वितरण किया। इससे बच्चों के चेहरे पर मुस्कान बिखर गया। पूरा माहौल और जीवंत हो उठा।

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