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केजी बालिका प्लस टू उवि में हुए कार्यक्रम में प्रशिक्षक को सम्मानित करते शिक्षक। Photograph: (Original)
YBN PALAMU:-
इसका आयोजन स्थानीय मुख्यमंत्री उत्कृष्ट बालिका प्लस टू उवि (केजी बालिका स्कूल) में हुआ। पलामू के शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान (डायट) की प्राचार्या सुश्री अमृता सिंह, प्रभारी प्राचार्य डा.धीरेंद्र सिंह, सभी संकाय सदस्य मो.हसन राजा,नूतन कुमारी, जितेंद्र कुमार तिवारी,मृत्युंजय कुमार,मो शाहिद अनवर व जिला संसाधन सेवी ने इस प्रशिक्षण का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अपने व्याख्यान में डायट की प्राचार्या अमृता सिंह ने कहा कि किशोर-किशोरियों में तनाव, संघर्ष व तूफान की अवस्था होती है। इस समय अनेक प्रकार की शारीरिक, मानसिक व संवेगात्मक विकास के दौर से विद्यार्थी गुजरते हैं। उनमें अनेक प्रकार के परिवर्तन दृष्टिगत होते हैं।प्रभारी प्राचार्य डा. धीरेंद्र सिंह ने इस कार्यक्रम को पूरे जिले में प्रत्येक विद्यार्थी तक पहुंचाना है। कहा कि एनईपी 2020 में विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया गया है। शिक्षा का मूल उद्देश्य एक बेहतर समाज की परिकल्पना के साथ एक स्वस्थ व सफल नागरिक का निर्माण करना है। स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि अंतर निहित पूर्णता की अभिव्यक्त ही शिक्षा है तो हमें उन विद्यार्थियों में अंतर निहित गुणों की पहचान कर उनका मार्ग प्रशस्त करना है। इससे वह समाज के उपयोगी नागरिक बन सकेंगे। विश्व के कल्याण अर्थ में अपनी भूमिका रेखांकित कर पाएंगे। बताया कि क्लास 6 से 12 तक की पढ़ाई किए जाने वाले प्रत्येक विद्यालयों के 2- 2 शिक्षक आरोग्य दूत के रूप में चयनित होकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रशिक्षण देने के लिए जेसीआरटी से प्रशिक्षण लेकर आए डीआरजी आरोग्य दूतों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। सभी आरोग्य दूत डायट में पांच दिनों तक गैर आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इसके बाद वे विद्यालय जाकर उसे सभी विद्यार्थियों को जागरूक कर प्रभावी बनाएंगे। प्रशिक्षण में सतबरवा, रामगढ़ व लेस्लीगंज प्रखंड के करीब 100 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज की है। कार्यक्रम का संचालन प्रभारी प्राचार्य डॉ.धीरेंद्र सिंह ने किया। जिला प्रतिनिधि आकाश कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। मालूम हो कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद व आयुष्मान भारत संयुक्त रूप से किया है।