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कोल्ड स्टोर्स क्षेत्र, सुभाष नगर व आसपास की सड़कें पूरी तरह जलमग्न रहीं। कई स्थानों पर गाड़ी चलाना मुश्किल हो गया
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स्थानीय निवासी जलभराव से परेशान हैं। कई लोग सरकारी गलिस्टर को दोषी ठहरा रहे हैं, जिसका कहना है कि समय पर स्वच्छता कार्रवाई ना होने से समस्या और गहरी हो गई।
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मुख्य बाज़ार, कोहाड़ापीर, सुभाष नगर, प्रेमनगर, बारादरी और सिविल लाइंस जैसे क्षेत्रों में पानी भरने से राहगीरों और वाहन चालकों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा।
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स्थानीय निवासियों ने नगर निगम पर समय से सफाई और नाली सफाई ना करने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि हर साल की तरह इस बार भी प्रशासन ने कोई ठोस तैयारी नहीं की, जिसकी वजह से बारिश राहत के बजाय मुसीबत बन गई।
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मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है और जलजमाव वाले क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचने को कहा गया है।
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मॉनसून की पहली बारिश ने जहां बरेली को हरियाली और ठंडक दी, वहीं प्रशासनिक लापरवाही की तस्वीर भी साफ कर दी। इस बारिश ने एक बार फिर दिखा दिया कि केवल सौंदर्य नहीं, बल्कि संरचना और तैयारी की भी उतनी ही आवश्यकता है।
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