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अजय आलोक के ‘हेमंत जीवंत’ पोस्ट से झारखंड की सियासत में मचा हड़कंप

अजय आलोक के विवादित पोस्ट ने झारखंड की राजनीति में हलचल मचा दी है। झामुमो ने तुरंत प्रतिक्रिया देकर राजनीतिक बहस को और गर्म कर दिया। विश्लेषकों के अनुसार यह पोस्ट बिहार में कांग्रेस-राजद की हार पर व्यंग्य जैसा है,

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MANISH JHA
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रांची वाईबीएन डेस्क : बिहार भाजपा के प्रवक्ता अजय आलोक के एक्स पर किए गए पोस्ट “अब नया बम झारखंड में, हेमंत अब जीवंत होंगे” ने झारखंड की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है। उनके इस बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं। झामुमो ने भी तुरंत जवाब देते हुए स्थिति को और दिलचस्प बना दिया है। पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रिया भट्टाचार्य ने लिखा “हेमंत जीवंत है, भाजपा का अंत है। पोस्ट के निकाले जा रहे कई राजनीतिक संकेत अजय आलोक के बयान को लेकर अब तक कोई स्पष्ट संदेश सामने नहीं आया है। यही कारण है कि उनके पोस्ट के कई संभावित मायने निकाले जा रहे हैं। सवाल उठ रहा है कि क्या यह इशारा राजद को लेकर संभावित सियासी कार्रवाई से जुड़ा है? गौरतलब है कि बिहार चुनाव में सीट न मिलने पर झामुमो ने राजद पर नाराजगी जताई थी, लेकिन अबतक न तो झामुमो और न ही राजद ने रिश्तों की समीक्षा की है। ऐसे में भाजपा प्रवक्ता का संदेश किस दिशा में इशारा करता है, इसे लेकर राजनीतिक हलकों में जिज्ञासा बनी हुई है।

हेमंत ‘जीवंत’ होने के बयान पर उठे सवाल

 पोस्ट में हेमंत सोरेन को लेकर दिया गया बयान भी रहस्य पैदा कर रहा है। खासकर तब जब घाटशिला उपचुनाव में झामुमो ने शानदार जीत दर्ज की है। इस चुनाव में पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों के मुकाबले हेमंत सोरेन अकेले भारी पड़े थे। ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है कि “अब हेमंत जीवंत होंगे” का असल मतलब क्या है? क्या यह किसी नई राजनीतिक रणनीति की ओर इशारा है या केवल तंज भर? 

विश्लेषकों की राय ‘मजा ले रहे हैं अजय आलोक

’ वरिष्ठ पत्रकार आनंद कुमार का मानना है कि बिहार में राजद की गिरती स्थिति और कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर चुटकी लेने के लिए अजय आलोक ने यह पोस्ट किया है। उनका कहना है कि हेमंत सोरेन अगर राजद और कांग्रेस को सरकार से बाहर कर भी दें, तब भी दोनों दलों के पास समर्थन देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि अजय आलोक का झारखंड की राजनीति से सीधा संबंध नहीं है और उनका पोस्ट सिर्फ राजनीतिक मज़ा लेने जैसा प्रतीत होता है। बिहार चुनाव में राजद का प्रदर्शन बेहद खराब रहा-143 सीटों पर लड़कर पार्टी 25 पर सिमट गई। ऐसी स्थिति में अगर झारखंड में “नया बम” फूटता है, तो उसकी सीधी आंच राजद पर पड़ सकती है। 

bjp Congress Jharkhand hemant soren JMM
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