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विस्थापन आयोग के गठन का श्रेय लेना बंद करें विधायक रौशन लाल चौधरी अम्बा प्रसाद का पलटवार

पूर्व विधायक अम्बा प्रसाद ने बड़कागांव के वर्तमान विधायक रौशन लाल चौधरी पर विस्थापन आयोग के गठन का झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आयोग उनके प्रयासों से 8 जुलाई 2024 को कैबिनेट में स्वीकृत हुआ था और वर्तमान विधायक को इसकी नियमावली की भी जानकारी नहीं है।

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MANISH JHA
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रांची,वाईबीएन डेस्क : बड़कागांव की पूर्व विधायक अम्बा प्रसाद ने वर्तमान विधायक रौशन लाल चौधरी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि वह विस्थापन आयोग के गठन का झूठा श्रेय लेना बंद करें। पूर्व विधायक ने कहा कि आयोग का गठन उनके कार्यकाल के दौरान, उनके निरंतर प्रयासों और सरकार से लगातार संवाद के परिणामस्वरूप हुआ था।

विस्थापन आयोग मेरे प्रयासों से बना, न कि किसी दबाव से

अम्बा प्रसाद ने बताया कि 8 जुलाई 2024 को राज्य कैबिनेट से विस्थापन आयोग के गठन की प्रक्रिया पूरी हुई, जो उनकी कोशिशों का नतीजा है। उन्होंने कहा, “रौशन लाल चौधरी जी को यह क्रेडिट लेना तुरंत बंद करना चाहिए। यह कहना कि उनके दबाव में आयोग बना, हास्यास्पद है।” पूर्व विधायक ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को विधानसभा में कई बार उठाया, पार्टी मंचों पर चर्चा की और मुख्यमंत्री से सीधे आग्रह किया।

नियमावली का ज्ञान नहीं, फिर भी क्रेडिट की राजनीति 

अम्बा प्रसाद ने कहा कि विधायक चौधरी को आयोग की नियमावली (Rules) तक की सही जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, “उन्हें यह भी नहीं पता कि नियमावली सही है या गलत। फिर भी खुले मंच से श्रेय लेना छल है।” पूर्व विधायक ने कहा कि अगर वह आज विधानसभा में होतीं, तो विस्थापितों के हित में नियमावली को और सशक्त बनातीं। 

जनहित में काम करें, क्रेडिट की राजनीति छोड़ें

पूर्व विधायक ने कहा कि अगर विधायक चौधरी वास्तव में बड़कागांव के हितैषी हैं, तो उन्हें विस्थापितों की समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता अब तथ्यों को समझती है और ऐसे राजनीतिक दिखावे से कोई फायदा नहीं होने वाला है।

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