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रांची,दुमका वाईबीएन डेस्क : जिला प्रशासन ने लंबी बंदी के बाद बोट एंबुलेंस सेवा को पुनः प्रारंभ कर दिया है। सीएस डॉ. रामदेव पासवान और डॉ. मुकेश कुमार ने बिजली घाट पर बोट का परीक्षण किया और यह सुनिश्चित किया कि यह पूरी तरह चालू है। इसका उद्देश्य गर्भवती महिलाएं, गंभीर रूप से बीमार या सर्पदंश के मरीजों को गंगा पार ले जाना है।
संचालन और समय सीमा
इस सेवा के लिए बोट चालकों को अनुमति दे दी गई है। फिलहाल यह सेवा सुबह से शाम 5 बजे तक उपलब्ध होगी। बाढ़ कम होने पर रात्रिकालीन सेवाएं भी शुरू कर दी जाएंगी। मरीज या उनके परिजन दिए गए नंबरों पर कॉल करके बोट एंबुलेंस बुला सकते हैं। मरीज को गंगा पार लाकर 108 या 1962 एंबुलेंस से जिला सदर अस्पताल पहुंचाया जाएगा। यह पूरी सेवा नि:शुल्क है।
भविष्य की योजना और समस्या
जिला प्रशासन ने बताया कि दो बोट एंबुलेंस खरीदी गई थीं, लेकिन कुछ कारणों से बंद कर दी गई थीं। इनमें से एक अब चालू है और राजमहल अनुमंडल में मरम्मत के बाद उसका संचालन भी होगा। दूसरी बोट बाढ़ में डूब गई थी और इसमें रखरखाव की कमी के कारण एसी और मोटर चोरी हो गई। जिला प्रशासन इस सेवा को लगातार बनाए रखने के लिए कदम उठा रहा है।