/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/06/1759751910978-2025-10-06-17-29-25.jpeg)
रांची, वाईबीएन डेस्क: पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने झारखंड सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य में अब झूठे मुकदमों का नया दौर शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार सवाल उठाने वालों को दबाने में लगी है, और जो लोग नहीं डरते, उन्हें फर्जी एनकाउंटर में खामोश किया जा रहा है।
सवाल उठाओ तो मुकदमा, आवाज उठाओ तो एनकाउंटर
चंपाईसोरेन ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि अगर कोई सवाल उठाता है तो मुकदमा, न्याय मांगता है तो मुकदमा, धरना-प्रदर्शन करता है तो मुकदमा। उन्होंने कहा कि “अगर आपकी आवाज से सरकार को डर लगे, तो फिर सूर्या हांसदा की तरह फर्जी एनकाउंटर के जरिए आपको ‘खामोश’ कर दिया जाता है।” उन्होंने कहा कि सरकार लोकतांत्रिक आवाजों को अपराध मान रही है, जबकि जनता के सवाल उठाने का हक़ संविधान ने दिया है।
सीएनटी-एसपीटी एक्ट के उल्लंघन पर सरकार मौन
पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार पर सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आदिवासी और मूलवासी समाज की जमीनों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। चंपाई ने कहा कि सरकार की आंखों के सामने नगड़ी जैसे इलाकों में गरीब किसानों की जमीन पर अतिक्रमण हो रहा है, लेकिन प्रशासन मौन है।
जनता से एकजुट होने की अपील
चंपाई सोरेन ने कहा कि राज्य में जंगल राज जैसी स्थिति बन गई है। उन्होंने कहा कि जब जनता के सवालों का जवाब मुकदमों और गोलियों से दिया जाने लगे, तो यह लोकतंत्र नहीं, भय का राज होता है। उन्होंने झारखंडवासियों से अपील की कि वे अन्याय और दमन के खिलाफ एकजुट हों और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाएं। चंपाई ने कहा, “यह सिर्फ राजनीति की लड़ाई नहीं है, बल्कि झारखंड की आत्मा और अस्मिता की रक्षा करे