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दशम फॉल हादसा: चार दिन की तलाश के बाद मिली सफलता, डूबे युवक का शव बरामद

रांची के दशम फॉल में चार दिन पहले डूबे युवक रोशन कुमार शर्मा का शव मंगलवार देर शाम बरामद कर लिया गया। बेंगलुरु की कंपनी में कार्यरत रोशन दोस्तों संग घूमने आए थे। प्रशासन, पुलिस और एनडीआरएफ की संयुक्त मेहनत और ड्रोन तकनीक से यह अभियान सफल हुआ।

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MANISH JHA
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रांची, वाईबीएन डेस्क: रांची के लोकप्रिय पर्यटन स्थल दशम फॉल में रविवार को हुए दर्दनाक हादसे के बाद प्रशासन को चौथे दिन बड़ी सफलता मिली है। लगातार चार दिनों से जारी सर्च ऑपरेशन के बाद मंगलवार देर शाम ड्रोन कैमरे की मदद से लापता युवक का शव बरामद कर लिया गया। मृतक की पहचान रोशन कुमार शर्मा के रूप में हुई है, जो बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले थे। रोशन बेंगलुरु की एक नामचीन इंटीरियर डिजाइन कंपनी में काम करते थे और कंपनी ने उन्हें रांची के रवि स्टील में डिज़ाइनिंग प्रोजेक्ट पर भेजा था। कार्य के बीच उन्होंने रविवार को कुछ दोस्तों के साथ दशम फॉल घूमने का कार्यक्रम बनाया था। प्रकृति की खूबसूरती देखने पहुंचे यह सफर उनके लिए आखिरी बन गया।

नहाने के दौरान हुआ हादसा, तेज धारा में बह गया युवक 

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रोशन और उनके साथी मुख्य झरने से लगभग एक किलोमीटर ऊपर जंगल की ओर नहा रहे थे। उसी दौरान एक पत्थर पर फिसलकर उनका संतुलन बिगड़ गया और वे सीधे पानी के तेज बहाव में जा गिरे। साथी युवकों ने शोर मचाकर मदद की कोशिश की, लेकिन कुछ ही सेकंड में रोशन गहराई में समा गए। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस, एनडीआरएफ टीम और प्रशासन मौके पर पहुंचा और तलाशी अभियान शुरू किया। हालांकि पत्थरों के बीच तेज बहाव और गहराई के कारण टीम को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। 

दिन-रात जारी रहा बचाव कार्य, अधिकारियों ने नहीं छोड़ी जगह

 हादसे के बाद से बुंडू डीएसपी ओम प्रकाश, थाना प्रभारी प्रशांत गौरव और सीओ हंस हेम्ब्रम लगातार स्थल पर डटे रहे। प्रतिकूल परिस्थितियों और बारिश के बावजूद सर्च अभियान नहीं रोका गया। चौथे दिन मंगलवार को बुंडू एसडीएम किष्टो कुमार बेसरा भी मौके पर पहुंचे और पूरे ऑपरेशन की निगरानी की। टीम के सदस्यों ने बताया कि पानी के बहाव की गति इतनी तेज थी कि कई बार रस्सियों और जालों के सहारे तलाशी लेनी पड़ी। स्थानीय ग्रामीणों और गोताखोरों की भी मदद ली गई, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी।

ड्रोन कैमरे से मिला सुराग, एनडीआरएफ ने निकाला शव

मंगलवार की शाम तक जब कोई सुराग नहीं मिला तो प्रशासन ने ड्रोन कैमरे की मदद लेने का निर्णय लिया। ड्रोन से ली गई फुटेज में झरने के तल के समीप पानी के भीतर एक आकृति जैसी चीज़ दिखाई दी। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम तुरंत उस स्थान पर उतरी और सावधानीपूर्वक तलाशी अभियान शुरू किया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद पानी के भीतर से युवक का शव निकाला गया। जैसे ही शव बरामद हुआ, मौके पर मौजूद ग्रामीणों और अधिकारियों ने राहत की सांस ली। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया है।

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चार दिन की अथक मेहनत के बाद मिली सफलता

 लगातार चार दिनों से चले इस ऑपरेशन में पुलिस, प्रशासन, एनडीआरएफ और ग्रामीणों ने दिन-रात मेहनत की। हर दिन सुबह से शाम तक टीम पानी के भीतर और किनारों पर सर्च अभियान चलाती रही। इस बीच मौसम और भौगोलिक स्थिति ने कई बार मुश्किलें खड़ी कीं, पर टीम ने हिम्मत नहीं हारी। बुंडू एसडीएम किष्टो कुमार बेसरा ने बताया कि ड्रोन कैमरे की तकनीकी सहायता से अभियान को सफलता मिली। यह प्रयास दर्शाता है कि आधुनिक तकनीक और मानवीय जज्बे के मेल से असंभव भी संभव हो सकता है।

 परिवार में पसरा मातम, प्रशासन ने जताई संवेदना

 रोशन कुमार शर्मा के शव की पहचान उनके साथी कर्मचारियों ने की। हादसे की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मधुबनी स्थित उनके घर में मातम का माहौल है। परिजनों ने बताया कि रोशन अपने परिवार का इकलौता सहारा थे। प्रशासन ने मृतक के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है और आवश्यक सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया है।

Jharkhand Crime Police
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