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रांची वाईबीएन डेस्क : खरसांवा से झामुमो विधायक दशरथ गागराई पर पहचान छुपाने और शपथ पत्र में गलत जानकारी देने का आरोप लगा है। भूतपूर्व सैनिक लालजी राम तियु ने राज्य निर्वाचन आयोग को शिकायत भेजी है। इसके बाद राज्य के मुख्य निर्वाचन आयुक्त के. रवि कुमार ने सरायकेला-खरसावां के जिला निर्वाचन पदाधिकारी को जांच का आदेश दिया है।
क्या है शिकायत में दावा
शिकायत में कहा गया है कि दशरथ गागराई असल में अपने बड़े भाई रामकृष्ण गागराई की पहचान का इस्तेमाल कर राजनीति कर रहे हैं। आरोप है कि वर्ष 1992 में रामकृष्ण गागराई को सीआरपीएफ में सिपाही (बल संख्या–931140355) के पद पर नियुक्ति मिली थी, लेकिन बाद में उन्होंने अपने छोटे भाई दशरथ गागराई को अपनी जगह नौकरी करने भेज दिया। शिकायतकर्ता का दावा है कि वर्तमान में सीआरपीएफ डीआईजी कार्यालय में सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत व्यक्ति वही हैं, जिन्हें लोग दशरथ गागराई के नाम से जानते हैं। जबकि चुनाव में वास्तविक रूप से रामकृष्ण गागराई ने दशरथ गागराई की पहचान का इस्तेमाल कर जीत हासिल की है।
विधायक दशरथ गागराई का पक्ष
इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि “ऐसा नहीं है कि मैंने पहली बार चुनाव लड़ा है। मेरे ऊपर लगाए गए आरोप पूरी तरह से फर्जी और मनगढ़ंत हैं। जो व्यक्ति आरोप लगा रहा है, वह खुद कई मामलों में दोषी और सजायाफ्ता है, अभी बेल पर चल रहा है। वह खुद को आरटीआई कार्यकर्ता बताकर लोगों को ब्लैकमेल करता है। उसकी बातों में अब कोई नहीं आने वाला।