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उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री के जनता दरबार में उमड़ी भीड़, कई अधिकारियों को मिला शोकॉज

रांची उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री के जनता दरबार में बड़ी संख्या में लोग अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे। डीसी ने जहां कई राजस्व अधिकारियों को लापरवाही पर शोकॉज किया, वहीं गंभीर बीमार व्यक्ति के इलाज में संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल मदद के निर्देश दिए।

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MANISH JHA
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रांची,वाईबीएन डेस्क: रांची के उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजन्त्री के जनता दरबार में सोमवार को बड़ी संख्या में फरियादी अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। त्योहारों के बाद आयोजित इस जनता दरबार में राजस्व और सामाजिक सुरक्षा से जुड़े अनेक मामलों पर सुनवाई हुई। उपायुक्त ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त रुख दिखाते हुए कई मामलों में शोकॉज नोटिस जारी करने और जांच के आदेश दिए।

 संवेदनशीलता और सख्तीदोनों नजर आए डीसी भजन्त्री

जनता दरबार के दौरान उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री जहां लापरवाही पर सख्त दिखे, वहीं मानवीय पहलुओं पर भी संवेदनशील रहे। रांची की सुजाता सेन ने बताया कि उनके कैंसर पीड़ित पति राधानाथ मालाकार का इलाज अब आयुष्मान कार्ड से संभव नहीं है। इस पर उपायुक्त ने सिविल सर्जन से तत्काल बातचीत कर मुख्यमंत्री गंभीर असाध्य रोग योजना के तहत इलाज शुरू कराने का निर्देश दिया। साथ ही, शहर अंचल अधिकारी को दस्तावेज संबंधी कार्य में सहयोग सुनिश्चित करने को कहा। 

जनता दरबार में भूमि संबंधी कई शिकायतें आईं।

रातू अंचल: एलआरडीसी कोर्ट के आदेश के बावजूद म्यूटेशन नहीं करने पर सीओ रवि कुमार को शोकॉज किया गया। कांके अंचल: अस्वीकृत दाखिल-खारिज के मामले में अपर समाहर्त्ता को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश मिला। अनगड़ा अंचल: म्यूटेशन में आवेदक को परेशान करने की शिकायत पर संबंधित कर्मचारी को शोकॉज किया गया। ईटकी अंचल: एक ही डीड पर दो जमाबंदी किए जाने के मामले में सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी को जांच सौंपी गई।

ऑनलाइन जुड़ाव से तेज हुआ निस्तारण, जनता दरबार का उद्देश्य स्पष्ट

डीसी भजन्त्री ने सभी अंचल अधिकारियों को ऑनलाइन माध्यम से जनता दरबार से जोड़ा ताकि जमीन, नामांतरण, म्यूटेशन और अन्य राजस्व विवादों की अद्यतन जानकारी तुरंत मिल सके। उन्होंने कहा कि जनता दरबार का मकसद है आम नागरिकों की समस्याओं को सीधे सुनना और त्वरित समाधान सुनिश्चित करना। सभी

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