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देवघर रांची वाईबीएन डेस्क : झारखंड कांग्रेस संगठन विस्तार की कवायद तेज हो चुकी है और देवघर में नए जिला अध्यक्ष का चयन राजनीतिक चर्चाओं का बड़ा विषय बन गया है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक एवं हिमाचल प्रदेश के इंदौरा विधायक मलेंद्र राजन पिछले दो दिनों से लगातार कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं।
कद्दावर मंत्री की सक्रियता
इस चयन प्रक्रिया में नया मोड़ तब आया जब राज्य की ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने पर्यवेक्षक से मुलाकात की। कांग्रेस नेता भले ही इसे औपचारिक मुलाकात बता रहे हों, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह शिष्टाचार भेंट से कहीं अधिक थी। इससे साफ है कि देवघर जिला अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर अब राज्य स्तरीय नेताओं की भी गहरी रुचि है।
दिग्गज नेता भी मैदान में
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनूप सिंह उर्फ जय मंगल सिंह का देवघर दौरा भी चर्चाओं में रहा। उन्हें आलाकमान ने देवघर जिला अध्यक्ष चयन के साथ कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी हैं। बड़े नेताओं की इस सक्रियता से यह स्पष्ट है कि इस बार जिला अध्यक्ष का पद पार्टी की रणनीति में बेहद अहम है।
गोड्डा लोकसभा पर फोकस
दीपिका पांडेय सिंह इन दिनों गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करने की कवायद में लगी हैं। इसके लिए देवघर में एक प्रभावी जिला अध्यक्ष का चयन उनके लिए बेहद जरूरी माना जा रहा है।
प्रदेश प्रभारी की नजर
सोमवार को झारखंड कांग्रेस प्रभारी के. राजू भी देवघर पहुंचेंगे। वे संथाल क्षेत्र के पाकुड़, साहिबगंज और दुमका जिलों के कार्यकर्ताओं से बैठक कर संगठनात्मक रणनीति पर दिशा-निर्देश देंगे।
सबकी निगाहें आलाकमान पर
देवघर में जारी इस हलचल से साफ है कि कांग्रेस संगठन को मजबूती देने के लिए कोई मौका नहीं गंवाना चाहती। अब सबकी नजरें पार्टी आलाकमान पर हैं कि आखिरकार जिला अध्यक्ष की कमान किसे सौंपी जाती है और क्या बड़े नेताओं का यह 'मास्टरस्ट्रोक' देवघर की राजनीति में नया समीकरण गढ़ पाएगा।