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धनबाद मंडल में कुड़मी समाज का रेल रोको आंदोलन, ट्रेनें प्रभावित

कुड़मी समाज का रेल रोको आंदोलन केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि आम लोगों के जीवन पर प्रत्यक्ष असर डाल रहा है। यदि यह आंदोलन लंबित रहा, तो आने वाले दिनों में और अधिक ट्रेन रद्द होने की संभावना है।बर्द्धमान मेमू एक्सप्रेस रद्द, यात्रियों को भारी असुविधा

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MANISH JHA
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रांची,धनबाद वाईबीएन डेस्क, :  कुड़मी समाज के रेल रोको आंदोलन का असर अब सीधे यात्रियों पर महसूस किया जा रहा है। सुरक्षा और संचालन की दृष्टि से रेलवे ने हटिया – बर्द्धमान मेमू एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 13504) को आज रद्द कर दिया। इस अप्रत्याशित निर्णय से यात्रियों में असंतोष फैल गया है और कई लोग वैकल्पिक यात्रा साधनों की तलाश में जुटे हैं। 

यात्रियों को झेलनी पड़ रही असुविधा

हटिया – बर्द्धमान मार्ग रोजाना हजारों यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है। नौकरीपेशा लोग, छात्र-छात्राएं और आम यात्री इस रद्दीकरण से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। रेलवे स्टेशन पर कई यात्रियों ने नाराजगी जाहिर की और ट्रेन रद्द होने की सूचना मिलने के बाद बस और टैक्सी की ओर रुख किया। अधिकारियों ने साफ कहा कि ट्रैक पूरी तरह सुरक्षित होने तक ट्रेन परिचालन सामान्य नहीं हो पाएगा। 

आंदोलन की मांग और स्थिति

 कुड़मी समाज की प्रमुख मांग अनुसूचित जनजाति (ST) सूची में शामिल किए जाने की है। संगठन ने स्पष्ट किया है कि उनकी मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। इसके चलते आने वाले दिनों में भी ट्रेन संचालन पर असर पड़ने की संभावना बनी हुई है।

 आंदोलन का व्यापक असर और प्रशासनिक कदम

धनबाद मंडल के अलावा आसपास के क्षेत्रों में भी रेल सेवाओं में व्यवधान देखा जा रहा है। रेलवे ने अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए हैं, ताकि ट्रैक पर स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके। सड़क मार्ग पर भी दबाव बढ़ा है, जिससे बस और टैक्सी किराए बढ़ गए हैं और यात्रियों को अधिक भीड़ में सफर करना पड़ रहा है। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रख रहा है और यात्रियों को रद्द ट्रेनों के टिकट का पूरा रिफंड देने की व्यवस्था की गई है। स्थानीय लोग बताते हैं कि इस आंदोलन के कारण दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है। स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्र समय पर पहुंचने में असमर्थ हैं। नौकरीपेशा कर्मचारियों को काम पर देर होने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने और नियमित अपडेट देखने की अपील की है। कुड़मी समाज का रेल रोको आंदोलन केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि आम लोगों की दिनचर्या पर सीधे असर डाल रहा है। यदि आंदोलन लंबित रहा, तो आने वाले दिनों में और अधिक ट्रेनें रद्द हो सकती हैं, जिससे यात्री और अधिक असुविधा में पड़ सकते हैं।

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Jharkhand Protest train
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