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धुर्वा डैम हादसा: चार दिनों बाद मिला लापता पुलिसकर्मी सत्येंद्र सिंह का शव

धुर्वा डैम हादसे में लापता चल रहे चौथे पुलिसकर्मी सत्येंद्र सिंह का शव सोमवार सुबह बरामद कर लिया गया। इससे पहले कार के भीतर फंसे तीन अन्य पुलिसकर्मियों के शव मिल चुके थे।एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने चार दिनों से लगातार तलाशी अभियान चलाया

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MANISH JHA
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रांची वाईबीएन डेस्क : रांची के धुर्वा डैम में हुए दर्दनाक हादसे में लापता चल रहे चौथे पुलिसकर्मी सत्येंद्र सिंह का शव सोमवार सुबह खोज टीम ने बरामद कर लिया। इससे पहले कार दुर्घटना में मारे गए तीन अन्य पुलिसकर्मियों के शव मिल चुके थे। इस हादसे के बाद से पूरे पुलिस महकमे में शोक का माहौल है।

कार डैम में गिरने से मचा हड़कंप 

जानकारी के अनुसार, 14 नवंबर की देर रात जमशेदपुर के प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट जज (पीडीजे) की सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात चार पुलिसकर्मी सरकारी वाहन से रांची लौट रहे थे। रास्ते में धुर्वा डैम के पास कार अचानक नियंत्रण खो बैठी और सीधे पानी में जा समाई। अगली सुबह स्थानीय लोगों ने डैम किनारे कार के डूबे होने की आशंका जताई और तत्परता से पुलिस को सूचना दी। देखते ही देखते घटना स्थल पर भीड़ जुट गई और प्रशासन ने राहत कार्य शुरू करवाया।

 एनडीआरएफ–एसडीआरएफ की टीम ने चलाया बड़ा सर्च अभियान

सूचना मिलते ही रांची पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों ने संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चलाया। गोताखोरों ने पानी के भीतर कार का पता लगाकर उसमें फंसे तीन शवों को बाहर निकाला। मृतकों की पहचान उपेंद्र कुमार सिंह, रोबिन कुजूर और चालक अनिल सिंह के रूप में हुई। प्रारंभिक जांच में यह अनुमान लगाया गया कि दुर्घटना के वक्त ये तीनों कार के अंदर ही फंस गए थे और बाहर निकल नहीं सके। वहीं सत्येंद्र सिंह कार के भीतर नहीं मिले, जिससे संभावना जताई गई कि वे बाहर निकलने के प्रयास में पानी की तेज गहराई में बह गए।

चार दिन की खोज के बाद सत्येंद्र का शव मिला

चार दिनों तक लगातार चल रहे सर्च अभियान के बाद सोमवार सुबह आखिरकार गोताखोरों ने सत्येंद्र सिंह का शव भी डैम के एक हिस्से से बरामद कर लिया। चारों जवान जमशेदपुर के जगसुलाई इलाके के रहने वाले थे और सभी पीडीजे सुरक्षा टीम से जुड़े हुए थे। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दुर्घटना के वास्तविक कारण क्या थे।

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