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रेल यात्रियों से लेकर शहरवासियों तक को बनाता था शिकार, दुमका पुलिस ने पकड़ा मोबाइल चोर

दुमका नगर थाना पुलिस ने मोबाइल चोरी की घटनाओं की कड़ी जांच के बाद बांका जिले के एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी से 20 स्मार्टफोन और एक लैपटॉप बरामद किया गया है, जिसकी कीमत करीब चार लाख रुपये है। युवक ने बताया कि बेरोजगारी और आर्थिक तंगी के कारण उसने चोरी शुरू की थी।

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MANISH JHA
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रांची,दुमका वाईबीएन डेस्क : नगर थाना पुलिस ने मोबाइल चोरी की घटनाओं की कड़ी जांच के बाद एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जो पिछले कई महीनों से रेल यात्रियों और शहर के लोगों को निशाना बना रहा था। पुलिस ने आरोपी से 20 महंगे स्मार्टफोन और एक लैपटॉप बरामद किया है। जब्त किए गए सभी सामानों की अनुमानित कीमत करीब चार लाख रुपये बताई जा रही है।

स्टेशन रोड से मिली मोबाइल की लोकेशन, पुलिस ने दबोचा

दुमका नगर थाना प्रभारी जगन्नाथ धान ने बताया कि बीते पांच महीने से शहर और रेलवे स्टेशन क्षेत्र में मोबाइल चोरी की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। शनिवार को भी एक रेल यात्री ने मोबाइल चोरी की सूचना दी थी। तकनीकी सर्विलांस टीम ने जब मोबाइल की लोकेशन ट्रैक की, तो वह स्टेशन रोड के रसिकपुर इलाके में मिली। एएसआई संतोष कुमार के नेतृत्व में टीम ने तत्काल वहां छापेमारी की। जांच में खुलासा हुआ कि लोकेशन विभाकर चौधरी के स्टूडेंट्स लॉज से आ रही थी।

कमरे से मिले 20 मोबाइल और लैपटॉप

 पुलिस ने जब लॉज के कमरे की तलाशी ली, तो वहां से 20 स्मार्टफोन और एक लैपटॉप बरामद हुआ। सभी मोबाइल अलग-अलग मॉडल और ब्रांड के थे। पुलिस के अनुसार, यह वही मोबाइल हैं जो पिछले कुछ महीनों में ट्रेनों और शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों से चोरी किए गए थे। आरोपी की पहचान विवेक कुमार, निवासी लबोरदार गांव, बाराहाट थाना, बांका (बिहार) के रूप में हुई है।

पढ़ा-लिखा बेरोजगार निकला चोर

पुलिस पूछताछ में विवेक ने बताया कि उसने भागलपुर कॉलेज से अर्थशास्त्र में ऑनर्स किया है और इस समय दुमका में रहकर आईटीआई की पढ़ाई कर रहा था। पढ़ाई के बाद भी नौकरी नहीं मिलने और घर की आर्थिक तंगी के कारण उसने चोरी का रास्ता चुना। उसने कहा, “परिवार को उम्मीद थी कि मैं कुछ कमाऊंगा, लेकिन हालात ऐसे बने कि गलत रास्ते पर चल पड़ा।” 

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छठ पूजा के बाद बेचने वाला था चोरी के मोबाइल

पुलिस को दिए बयान में विवेक ने बताया कि वह ज्यादातर भागलपुर जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों को निशाना बनाता था। रात के समय जब यात्री सो जाते, तब वह उनका मोबाइल या बैग उड़ा लेता था। उसने कहा कि उसका इरादा सभी मोबाइल छठ पूजा के बाद एक साथ बेचने का था। चोरी के एक बैग में उसे एक लैपटॉप भी मिला था, जिसे वह महंगे दामों में बेचने की योजना बना रहा था।

दूसरे शहर में पहचान छिपाने की कोशिश 

पुलिस के अनुसार, विवेक ने बांका से दूर दुमका में रहने का फैसला इसलिए किया क्योंकि यहां उसकी कोई पहचान नहीं थी। उसे लगता था कि कोई उसके आने-जाने या गतिविधियों पर ध्यान नहीं देगा। इसी का फायदा उठाकर वह चोरी की घटनाओं को अंजाम देता रहा।

मोबाइल के आईएमईआई से मालिकों की तलाश में जुटी पुलिस

नगर थाना प्रभारी जगन्नाथ धान ने बताया कि सभी बरामद मोबाइलों के आईएमईआई नंबर की जांच की जा रही है ताकि चोरी हुए मोबाइल उनके असली मालिकों तक पहुंचाए जा सकें। उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हर पीड़ित को उसका मोबाइल वापस मिले। आरोपी से पूछताछ जारी है, और यह भी जांच की जा रही है कि कहीं वह किसी बड़े गिरोह से तो नहीं जुड़ा।

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दुमका पुलिस को मिली बड़ी सफलता

इस गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने कई पुराने मोबाइल चोरी मामलों का समाधान कर लिया है। थाना प्रभारी ने कहा कि दुमका पुलिस साइबर यूनिट के सहयोग से शहर में हो रही चोरी की घटनाओं पर पूरी तरह नजर रखे हुए है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी का मोबाइल चोरी हुआ है, तो वह तुरंत नगर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराएं ताकि जब्त मोबाइलों की पहचान की जा सके। विवेक ने स्वीकार किया है कि वह पिछले कुछ महीनों से ट्रेन और शहर में मोबाइल चोरी कर रहा था। सभी जब्त मोबाइलों की जांच जारी है, ताकि उन्हें उनके वास्तविक मालिकों को लौटाया जा सके।”  जगन्नाथ धान, थाना प्रभारी, दुमका नगर थाना

Mobile train Police
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