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रांची,हजारीबाग, वाईबीएन डेस्क : झारखंड की हजारीबाग सेंट्रल जेल एक बार फिर सुर्खियों में है। बुधवार को यहां प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए जेलर दिनेश वर्मा सहित 18 अधिकारियों और कर्मियों को कार्रवाई के दायरे में लिया है। वहीं, एक पूर्व सिपाही अशोक शर्मा को बिहार के जहानाबाद से पकड़ा गया है।
पूर्व सिपाही की गिरफ्तारी से बढ़ी जांच की रफ्तार
जानकारी के मुताबिक, पुलिस की टीम ने अशोक शर्मा को जहानाबाद से दबोचा। उस पर जेल से जुड़ी गोपनीय जानकारी बाहर लीक करने और कुछ संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। पुलिस ने उसे हजारीबाग लाकर पूछताछ शुरू कर दी है। अधिकारियों का मानना है कि पूछताछ में कई छिपे पहलू उजागर हो सकते हैं।
जेलर समेत दर्जनभर कर्मी निलंबित, 6 की सेवा समाप्त
जेल महानिरीक्षक (आईजी) के आदेश के बाद जेलर दिनेश वर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। उनके साथ 12 अन्य कर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है। सुरक्षा चूक के कारण छह भूतपूर्व सैनिकों की नियुक्ति भी रद्द कर दी गई है। इस कदम से जेल महकमे में हलचल मच गई है।
हाई-प्रोफाइल कैदियों की वजह से बढ़ा मामला संवेदनशील
सूत्रों ने बताया कि हजारीबाग सेंट्रल जेल में कई चर्चित और हाई-प्रोफाइल कैदी बंद हैं। प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिले हैं कि कुछ कैदियों को अनुचित सुविधाएं दी जा रही थीं। प्रशासन ने अब सभी बैरकों की निगरानी बढ़ा दी है और जेल परिसर में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।