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रांची, वाईबीएन डेस्क : प्रतिबंधित कफ सिरप कांड को लेकर राज्य की सियासत गरमा गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मौजूदा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर सीधा हमला बोला है। मरांडी ने आरोप लगाया कि सीआईडी ने पिछले साल बरवाअड्डा (धनबाद) से बरामद हुए फेंसिडिल सिरप मामले को टेकओवर करने के बावजूद 14 महीने में एक भी गिरफ्तारी नहीं की।
बच्चों और युवाओं को नशे के हवाले कर रही सरकार : मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने सवाल उठाया कि जब सबको पता है कि प्रतिबंधित सिरप का इस्तेमाल नशे के लिए होता है, तो आखिर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? उन्होंने कहा कि यह प्रशासन की नाकामी ही नहीं, बल्कि युवाओं और बच्चों को जानलेवा नशे के हवाले करने जैसा अपराध है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पैसों की अंधी दौड़ में युवाओं का भविष्य दांव पर लगा रहे हैं।
सीआईडी और एसीबी की कार्यशैली पर संदेह
मरांडी ने आरोप लगाया कि सीआईडी और एसीबी दोनों की कार्यप्रणाली संदिग्ध रही है। पेपर लीक प्रकरण, जमीन घोटाला और अब नशे का कारोबार–हर मामले में सीआईडी की भूमिका सवालों के घेरे में है। उन्होंने कहा कि न तो समय पर चार्जशीट दाखिल होती है और न ही दोषियों पर कार्रवाई। यही वजह है कि अब आम जनता ही नहीं, बल्कि न्यायालय भी सीआईडी की जांच पर भरोसा नहीं कर पा रहा।
हेमंत सोरेन से ठोस कार्रवाई की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के रूप में हेमंत सोरेन की जिम्मेदारी है कि वो तुरंत ठोस कदम उठाएं। मरांडी ने मांग की कि पिछले एक साल में सीआईडी द्वारा की गई सभी संदिग्ध गतिविधियों और भ्रष्टाचार के मामलों की सार्वजनिक जांच कराई जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो जनता सड़कों पर उतरकर जवाब मांगेगी।