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रांची, वाईबीएन डेस्क : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बीआर गवई पर कथित रूप से जूता फेंकने के मामले को लोकतंत्र और संविधान पर हमला बताया है। श्री सोरेन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट “एक्स” पर लिखा: सीजेआई गवई जी पर हुआ हमला लोकतंत्र की आत्मा पर प्रहार है। न्यायपालिका की गरिमा और स्वतंत्रता किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था की आधारशिला है। उस पर हाथ उठाना राष्ट्र के संविधान पर हाथ उठाने जैसा है। मैं इस कायराना कृत्य की कड़ी निंदा करता हूँ।" ज्ञातव्य है कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में चल रही कार्यवाही के दौरान एक वकील ने कथित रूप से मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर जूता फेंकने का प्रयास किया था। घटना ने पूरे देश में हलचल मचा दी है और न्यायपालिका की सुरक्षा पर बहस तेज हो गई है।
विधान और लोकतंत्र पर असर
मुख्यमंत्री ने इस घटना को केवल एक व्यक्तिगत हमला नहीं बल्कि पूरे लोकतंत्र और न्यायपालिका की गरिमा पर हमला बताया। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता किसी भी लोकतंत्र की आधारशिला है और उसे सुरक्षित रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
सार्वजनिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीव्र प्रतिक्रिया आई है। कई नेता और न्यायविद् इस कृत्य की निंदा कर चुके हैं और न्यायपालिका की सुरक्षा पर नए उपायों की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं।