/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/16/1758014287420-2025-09-16-14-48-54.jpg)
रांची वाईबीएन डेस्क: झारखंड मंत्रालय में मंगलवार को राज्यस्तरीय नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सहायक आचार्य नियुक्ति परीक्षा में सफल 300 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इस मौके पर श्रम नियोजन मंत्री संजय यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
131 स्नातक व 170 इंटर प्रशिक्षित अभ्यर्थी हुए चयनित
इस नियुक्ति के तहत कुल 131 स्नातक प्रशिक्षित और 170 इंटर प्रशिक्षित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया। मुख्यमंत्री ने सभी चयनित अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा ही राज्य की असली ताकत है। ‘
मजदूर प्रदेश’ से ‘ज्ञान की धरती’ तक का सफर
सीएम सोरेन ने कहा कि डिजिटल युग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के समय में झारखंड को अपनी गति और तेज करनी होगी। उन्होंने कहा “राज्य को ‘मजदूर प्रदेश’ की पहचान से निकालकर ज्ञान और शिक्षा की धरती बनाना हमारी प्राथमिकता है।”
शिक्षकों को याद दिलाई जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में शिक्षक रीढ़ की हड्डी की तरह हैं। उन्होंने नए नियुक्त आचार्यों को नसीहत दी कि— “आपको मिलने वाला वेतन जनता का पैसा है, इसलिए बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना आपकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।”
निजी स्कूलों का एकाधिकार खत्म करने का लक्ष्य
सोरेन ने बताया कि सीएम एक्सीलेंस स्कूलों पर अभिभावकों का भरोसा बढ़ा है और बड़ी संख्या में बच्चों का दाखिला हुआ है। सरकार का लक्ष्य निजी स्कूलों के एकाधिकार को खत्म कर शिक्षा को सबके लिए सुलभ बनाना है।
प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग का शुभारंभ
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कक्षा 6 से 12 तक के लिए प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम का ऑनलाइन शुभारंभ किया। कार्यक्रम में स्कूली शिक्षा सचिव उमा शंकर सिंह ने स्वागत भाषण दिया और धन्यवाद ज्ञापन परियोजना निदेशक संजय रंजन ने किया।