/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/09/1760004994721-2025-10-09-15-46-52.jpeg)
रांची वाईबीएन डेस्क: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा आयोजित की जाने वाली विशिष्ट एवं तकनीकी योग्यताधारी प्रतियोगिता परीक्षा को अचानक रद्द किए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह फैसला राज्य के लाखों युवाओं के साथ “एक और विश्वासघात” है, जिसके लिए हेमंत सरकार जिम्मेदार है।
युवाओं के साथ बार-बार छल:बाबूलाल मरांडी
मरांडी ने कहा कि “हेमंत सोरेन जी ने युवाओं के साथ वही किया है जो वे हमेशा करते आए हैं विश्वासघात!” उन्होंने कहा कि आज परीक्षा आयोजित होनी थी, लेकिन परीक्षा से एक दिन पहले ही तकनीकी खामियों का हवाला देकर इसे स्थगित कर दिया गया। यह राज्य सरकार की असंवेदनशीलता और कुप्रबंधन को दर्शाता है।
क्या तकनीकी खामी या “तकनीकी सेटिंग?
नेता प्रतिपक्ष ने सवाल उठाया कि “क्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली में होने की वजह से तकनीकी सेटिंग नहीं हो पाई, या यह कोई और साज़िश थी?” उन्होंने कहा कि जो भी कारण हो, परीक्षा रद्द होने से हजारों अभ्यर्थियों को आर्थिक और मानसिक नुकसान उठाना पड़ा है। कई उम्मीदवार दूर-दराज़ इलाकों से परीक्षा केंद्रों तक पहुंचे थे।
युवाओं के भविष्य से खिलवाड़
मरांडी ने कहा कि पिछले छह वर्षों से झारखंड के युवा हेमंत सरकार की “साज़िशों के कुचक्र” में फंसे हुए हैं। कभी पेपर लीक, कभी परीक्षा रद्द, तो कभी भर्ती स्थगित इन सबके कारण युवाओं का भविष्य लगातार अंधकार में धकेला जा रहा है।
पारदर्शिता और मुआवज़े की मांग
उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द तकनीकी खामियों को दूर कर पारदर्शी तरीके से परीक्षा का आयोजन किया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि “सरकार उन सभी अभ्यर्थियों का आवागमन खर्च भी वहन करे, जिन्होंने परीक्षा देने के लिए यात्रा की।” ।