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झारखंड में कुड़मी समाज का रेल टेको-डहर छेको आंदोलन, ट्रेनों का परिचालन बुरी तरह प्रभावित

झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में कुड़मी समाज ने आदिवासी में शामिल करने और कुड़मी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर राज्यव्यापी रेल टेको-डहर छेको आंदोलन किया। बोकारो के चंद्रपुरा रेलवे स्टेशन पर सबसे अधिक असर पड़ा, कई लंबी

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MANISH JHA
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रांची बोकारो वाईबीएन डेस्क । आदिवासी कुड़मी समाज ने राज्य में आदिवासी में शामिल किए जाने और कुड़मी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में जोड़ने की मांग को लेकर शनिवार को व्यापक रेल टेको-डहर छेको आंदोलन किया। हजारों प्रदर्शनकारियों ने सड़कों और रेलवे पटरियों पर उतरकर अपने अधिकारों की आवाज बुलंद की। बोकारो जिले के चंद्रपुरा रेलवे स्टेशन पर सबसे ज्यादा असर देखा गया, जहां सुबह से ही ट्रेन परिचालन पूरी तरह ठप हो गया। 

रेलवे परिचालन पर व्यापक असर

पूर्व-मध्य और दक्षिण-पूर्व रेलवे के विभिन्न डिवीजनों में आंदोलन का असर साफ दिखा। धनबाद डिवीजन के चंद्रपुरा जंक्शन पर दिल्ली–रांची राजधानी एक्सप्रेस सुबह 6:22 बजे से रुकी रही, जबकि गोमो–चौपन सीआईसी लाइन की ट्रेनें भी प्रभावित रहीं। आद्रा डिवीजन ने बोकारो जंक्शन पर वंदे भारत और पूरी–नई दिल्ली एक्सप्रेस को रोक दिया। रांची–शताब्दी एक्सप्रेस समेत कई लंबी दूरी की ट्रेनों के रूट बदल दिए गए। दक्षिण-पूर्व रेलवे आद्रा डिवीजन के रेल प्रबंधक मुकेश गुप्ता के अनुसार, झारखंड से गुजरने वाली 12 लंबी दूरी की ट्रेनें रद्द की गई हैं। रांची, आद्रा, चक्रधरपुर, खड़गपुर और धनबाद डिवीजनों से संचालित कई गाड़ियां या तो रद्द की गई हैं, या शॉर्ट टर्मिनेट की गईं, वहीं कुछ को डायवर्ट किया गया। 

रद्द और डायवर्टेड ट्रेनों की सूची

आज रद्द की गई प्रमुख ट्रेनों में 13320 रांची–दुमका, 13504 हटिया–वर्धमान, 18036 हटिया–खड़गपुर, 13514 हटिया–आसनसोल, 12366 रांची–पटना और 20839 रांची–नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस शामिल हैं। 21 और 22 सितंबर को भी 18604 गोंडा–रांची एक्सप्रेस और 20840 नई दिल्ली–राजधानी एक्सप्रेस रद्द रहेंगी। वहीं, कुछ ट्रेनें शॉर्ट टर्मिनेट या डायवर्ट की गई हैं, जैसे 18626 हटिया–पूर्णिया कोर्ट और 20893 टाटा–पटना वंदे भारत एक्सप्रेस। 

राजनीतिक प्रतिक्रिया

 सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि झारखंड सरकार को कुड़मी जाति को आदिवासी का दर्जा देने के लिए प्रस्ताव पास कर केंद्र को भेजना चाहिए। उन्होंने भरोसा जताया कि केंद्र सरकार इस प्रक्रिया को पूरा करेगी और कुड़मी समाज के लंबे समय से चले आ रहे अधिकारों की मांग को पूरा किया जाएगा।

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Jharkhand mp train Protest
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