Advertisment

खूंटी में स्थापना दिवस और बिरसा जयंती की तैयारी तेज, सभी विभागों को मिले दायित्व

खूंटी में झारखंड स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। 11 नवंबर से जिले में विभिन्न सांस्कृतिक और खेल कार्यक्रम होंगे, जबकि 15 नवंबर को उलिहातू में राजकीय बिरसा महोत्सव आयोजित होगा।

author-image
MANISH JHA
1762571237208

खूंटी, वाईबीएन डेस्क : झारखंड राज्य गठन के 25 वर्ष और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में खूंटी जिला प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। शनिवार को उपायुक्त आर. रॉनिटा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई, जिसमें आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा हुई। डीसी ने कहा कि यह अवसर जिले के लिए सम्मान और गर्व का प्रतीक है, इसलिए सभी आयोजन अनुशासित और आकर्षक ढंग से पूरे किए जाएं।

 11 नवंबर से कार्यक्रमों की शुरुआत, 15 नवंबर को उलिहातू में राजकीय बिरसा महोत्सव

बैठक में उपायुक्त ने बताया कि 11 नवंबर से जिले में विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला शुरू होगी। इस दौरान ‘रन फॉर झारखंड’, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, विद्यालय स्तर पर चित्रकला, क्विज़ और निबंध प्रतियोगिताएं, खेलकूद आयोजन, पर्यटन स्थलों तक साइकिल रैली और ट्रेकिंग अभियान जैसे कार्यक्रम शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा कि 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू में राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसे राजकीय बिरसा महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। उसी दिन खूंटी के कचहरी मैदान में विकास मेले का आयोजन होगा, जहां विभिन्न विभागों द्वारा विकास योजनाओं की प्रदर्शनी और जानकारी दी जाएगी। डीसी ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि सभी तैयारियां तय समय पर पूर्ण हों और जनता की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जाए।

 आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार अभियान से ग्रामीणों को मिलेगा सीधा लाभ

Advertisment

डीसी आर. रॉनिटा ने बताया कि 18 नवंबर से 15 दिसंबर 2025 तक जिले के सभी प्रखंडों में ‘आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत विशेष शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में विभागीय अधिकारी सीधे ग्रामीणों की समस्याएं सुनेंगे और सरकारी योजनाओं से जुड़ी शिकायतों का निपटारा मौके पर करेंगे। उन्होंने कहा कि पात्र लाभुकों को योजनाओं का लाभ तत्काल देने की व्यवस्था की जाएगी ताकि ग्रामीणों को इधर-उधर भटकना न पड़े। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों और अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे शिविरों के आयोजन में समन्वय बनाकर कार्य करें ताकि कार्यक्रम प्रभावी और जनसहभागिता आधारित हो। बैठक में डीडीसी आलोक कुमार, आईटीडीए परियोजना निदेशक आलोक शिकारी कच्छप, अपर समाहर्ता परमेश्वर मुंडा, डीपीआरओ, जिला शिक्षा पदाधिकारी, खेल व पर्यटन पदाधिकारी सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों को उनके विभागवार दायित्व सौंपे गए ताकि कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित की जा सके।

DC Jharkhand
Advertisment
Advertisment