/young-bharat-news/media/media_files/2025/10/16/1760612310728-2025-10-16-16-28-54.jpeg)
रांची,वाईबीएन डेस्क : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) के. रवि कुमार ने राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों को पत्र जारी कर स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वोटर आईडी के लिए प्रस्तुत दस्तावेजों की गहन जांच की जाए। उन्हें यह सूचना मिली है कि कुछ व्यक्तियों, प्रज्ञा केंद्रों और साइबर कैफे के माध्यम से आयु प्रमाण पत्रों में हेराफेरी की जा रही है, ताकि सरकारी लाभ प्राप्त करने के साथ-साथ मतदाता पहचान पत्र भी बनाया जा सके।
प्रज्ञा केंद्रों और साइबर कैफे पर निगरानी के आदेश
सीईओ ने कहा कि यदि मतदाता पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान किसी भी संदिग्ध दस्तावेज़ का पता चलता है तो संबंधित व्यक्तियों, प्रज्ञा केंद्रों या साइबर कैफे के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि दस्तावेज़ों की सत्यता की जांच सुनिश्चित की जाए और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इससे अच्छा सन्देश जायेगा
मतदाता सूची की शुद्धता पर विशेष जोर
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि मतदाता सूची की विश्वसनीयता चुनावी प्रक्रिया की नींव है। उन्होंने सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे दस्तावेज़ सत्यापन की प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता रखें और किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई करें।