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कोडरमा में जिला बल जवान की संदिग्ध आत्महत्या, थानेदारों पर गंभीर आरोप

कोडरमा जिले में जिला बल के जवान मंसूर आलम ने संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उन्होंने जयनगर और डोमचाँच थाना प्रभारी पर मानसिक प्रताड़ना और अनुचित आदेश देने का आरोप लगाते हुए एक वीडियो संदेश रिकॉर्ड किया था। घटना के समय जवान

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MANISH JHA
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रांची वाईबीएन डेस्क : कोडरमा जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। जिले के जिला बल में तैनात एक जवान ने आत्महत्या कर ली। घटना ने पुलिस और प्रशासन दोनों के बीच चिंता बढ़ा दी है। मृतक जवान ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो संदेश बनाया था जिसमें उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। जानकारी के अनुसार, मंसूर आलम नामक जवान कोडरमा जिला बल में चालक के पद पर कार्यरत थे। कुछ दिन पहले ही उन्हें जयनगर और डोमचाँच थाना प्रभारी द्वारा निलंबित कर दिया गया था। लगातार निलंबन और मानसिक दबाव के कारण वह गहरे तनाव में थे।

आत्महत्या का समय और तरीका

सूत्रों के अनुसार, मंसूर आलम ने सल्फास का सेवन किया। घटना के समय उन्होंने अपने एक साथी को इस बारे में सूचना दी। साथी जब बैरक पहुंचे तो उन्होंने उन्हें बेहोश पाया। जवान को तुरंत कोडरमा सदर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी स्थिति गंभीर थी। इसके बाद उन्हें रिम्स रेफर किया गया। रिम्स में भर्ती होने के कुछ समय बाद ही उन्होंने दम तोड़ दिया।

वीडियो में लगे आरोप

 आत्महत्या से पहले मृतक ने एक वीडियो संदेश रिकॉर्ड किया था। इसमें उन्होंने जयनगर और डोमचाँच थाना प्रभारी पर मानसिक प्रताड़ना और अनुचित आदेश देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनसे बार-बार जबरन काम करवाए जाते थे और इसी कारण उन्हें कई बार निलंबित किया गया। यह वीडियो अब मामले की जांच में महत्वपूर्ण सबूत साबित हो सकता है। 

पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया

 इस घटना के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। रिम्स में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपने की तैयारी की जा रही है। जिला प्रशासन ने मामले की गहन जांच के निर्देश दिए हैं। जांच में यह पता लगाने की कोशिश होगी कि क्या आत्महत्या के पीछे निलंबन और मानसिक दबाव मुख्य कारण थे। *जवानों के मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल* यह घटना पुलिस बल में जवानों के मानसिक स्वास्थ्य और कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। इस प्रकार के मामले न केवल कानून व्यवस्था के लिए चिंताजनक हैं, बल्कि जवानों के मनोबल को प्रभावित करते हैं। प्रशासन ने इस घटना के बाद सभी संबंधित थानों में जवानों के मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने का आदेश दिया है।

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Jharkhand Crime Police
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