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रनिया में मेला के दौरान हंगामा, नशे में युवकों ने थानेदार पर हमला किया

रनिया में आयोजित डाइर मेला के दौरान नशे में धुत युवकों ने थाना प्रभारी विकास जायसवाल पर हमला किया। घायल थानेदार का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने हमलावरों की पहचान शुरू कर दी है, जबकि मेला बिना प्रशासनिक अनुमति के आयोजित किया गया था।

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MANISH JHA
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रांची,वाईबीएन डेस्क : खूंटी जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र रनिया से शनिवार रात एक गंभीर घटना सामने आई। लोआगढ़ा बाजार में आयोजित डाइर मेला के दौरान कुछ नशे में धुत युवकों ने थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल पर हमला कर दिया। हमले में थानेदार के सिर में गहरी चोटें आईं और उन्हें तत्काल रनिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने सिर पर कई टांके लगाए हैं।

 मेला में शराबखोरी और झगड़े से भड़की स्थिति

जानकारी के अनुसार, लोआगढ़ा बाजार में हर साल की तरह इस बार भी डाइर मेला का आयोजन किया गया था, जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे। मेला स्थल पर जगह-जगह देसी शराब की दुकानें सजी हुई थीं। देर शाम कुछ युवक नशे की हालत में आपस में झगड़ने लगे। झगड़ा बढ़ने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को संभालने की कोशिश की। थाना प्रभारी जायसवाल जब भीड़ को शांत कराने के लिए आगे बढ़े, तभी कुछ नशे में धुत युवकों ने अचानक उन पर हमला कर दिया। हमले में उनके सिर और हाथ में चोट लगी। पुलिस बल ने तत्काल भीड़ को हटाकर अपने अधिकारी को सुरक्षित बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। 

अफरातफरी के बीच अफसरों ने संभाली स्थिति

 घटना की जानकारी मिलते ही सीओ सह बीडीओ प्रशांत डांग, एएसपी क्रिस्टोफर केरकेट्टा, और तोरपा सर्किल इंस्पेक्टर अशोक सिंह मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने घायल थानेदार से अस्पताल में मुलाकात की और पूरे मामले की जानकारी ली। सीओ प्रशांत डांग ने बताया कि “हमले में शामिल युवकों की पहचान की जा रही है। दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा।” वहीं इंस्पेक्टर अशोक सिंह ने कहा कि इस घटना में कई स्थानीय युवक शामिल थे, जिनकी तस्वीरें और वीडियो फुटेज के आधार पर छानबीन की जा रही है। 

बिना अनुमति आयोजित हुआ था मेला, जांच जारी

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, डाइर मेला के आयोजन के लिए पूर्व में किसी प्रकार की प्रशासनिक अनुमति नहीं ली गई थी। आयोजकों ने शनिवार देर शाम अनुमति का आवेदन दिया था, जिसकी जांच अब की जा रही है। अधिकारियों ने साफ कहा है कि बिना अनुमति सार्वजनिक आयोजन करना और ड्यूटी पर मौजूद पुलिस अधिकारी पर हमला दोनों ही गंभीर अपराध हैं। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है। पुलिस ने मेला क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात कर गश्त बढ़ा दी है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।

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Jharkhand Naxal Police Crime
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