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रांची वाईबीएन डेस्क : राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स (राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान) में शनिवार को हुई रिम्स साशी परिषद की बैठक कई मायनों में ऐतिहासिक रही। बैठक की अध्यक्षता स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने की। इसमें जस्टिस अमरेश्वर सहाय, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, विधायक सुरेश कुमार बैठा, अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, रिम्स निदेशक, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति, रिमपास निदेशक, वित्त विभाग के प्रधान सचिव व प्रमंडलीय आयुक्त समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक के मुख्य मुद्दे
बैठक में कोर्ट गाइडलाइन्स के आलोक में 16 अहम एजेंडों पर विस्तृत चर्चा हुई। इनमें शामिल थे परचेजिंग में देरी और उससे उत्पन्न समस्याएं ट्रॉमा सेंटर की सुविधाएं व खामियां रखरखाव व्यवस्था और खराब वेंटीलेटरों की स्थिति आवश्यक मशीनों की खरीद स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अंसारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि MRI मशीन की खरीद प्रक्रिया तुरंत पूरी की जाए। *निजी प्रैक्टिस व साफ-सफाई पर सख्ती* बैठक में मंत्री ने कहा कि सरकारी ड्यूटी के दौरान निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों की पहचान कर उन पर कड़ी कार्रवाई होगी। साथ ही ट्रॉमा सेंटर में खराब पड़े वेंटीलेटरों की मरम्मत/बदलाव, बिल्डिंग की मरम्मत और साफ-सफाई को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया।
मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा
हम रिम्स को देश के बेहतरीन संस्थानों की श्रेणी में लाना चाहते हैं। इसके लिए हर स्तर पर बदलाव लाने को प्रतिबद्ध हूं। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में बहुत जल्द रिम्स की व्यवस्था में बड़ा बदलाव दिखेगा।”
अगली बैठक 9 अक्टूबर को
निर्णय लिया गया कि अगली बैठक 9 अक्टूबर को होगी, जिसमें शेष प्रस्तावों पर चर्चा होगी। अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि निदेशक को कई मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं। वहीं, रिम्स निदेशक ने बैठक को “सकारात्मक और परिणामदायक” बताते हुए भरोसा दिलाया कि आने वाले दिनों में ठोस सुधार दिखेंगे।