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झारखंड में समृद्धि 2025” प्रतियोगिता संपन्न, 24 जिलों के 48 शिक्षकों ने दिखाई नवाचार की झलक

रांची के जेसीईआरटी में आयोजित “समृद्धि 2025” प्रतियोगिता में 24 जिलों के 48 शिक्षकों ने कला-संवर्धित शिक्षण विधियों का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन सच्चिदानंद दिवेंदु तिग्गा ने किया। विजेता शिक्षक अब राष्ट्रीय स्तर पर झारखंड का प्रतिनिधित्व करेंगे।

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MANISH JHA
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रांची, वाईबीएन डेस्क: झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से शनिवार, 4 अक्टूबर 2025 को जेसीईआरटी, रातू (रांची) में राज्य स्तरीय समृद्धि 2025 प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस आयोजन में राज्य के 24 जिलों से चयनित 48 शिक्षकों ने भाग लेकर अपनी शिक्षण क्षमता और रचनात्मक कौशल का प्रदर्शन किया। 

नवाचार से भरपूर शिक्षण प्रस्तुतियां

 कार्यक्रम का उद्देश्य नई शिक्षा नीति (NEP-2020) के अनुरूप शिक्षण में कला, नाट्य और रचनात्मक तकनीकों का समावेश बढ़ाना था। प्रतियोगिता के दौरान शिक्षकों ने विज्ञान, गणित, हिंदी, समाजशास्त्र और भूगोल जैसे विषयों पर अनोखे तरीकों से प्रस्तुति दी। कला के माध्यम से कठिन विषयों को सरल बनाकर प्रस्तुत करने की इन विधियों ने निर्णायकों और दर्शकों दोनों को प्रभावित किया। 

अतिथियों ने किया उद्घाटन, दी प्रेरणादायक बातें

 कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन के साथ मुख्य अतिथि सच्चिदानंद दिवेंदु तिग्गा (प्रासासी पदाधिकारी, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद) ने किया। इस अवसर पर उपनिदेशक बांके बिहारी सिंह, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी धीरसेन ए. सोरेन और समन्वयक चंद्रदेव सिंह भी मौजूद रहे। मुख्य अतिथि ने शिक्षकों से कहा कि “समृद्धि कार्यक्रम” शिक्षा में स्थायी विकास की दिशा में एक मजबूत कदम है, जो शिक्षण को और अधिक जीवन्त बनाता है।

राष्ट्रीय स्तर पर होंगे चयनित शिक्षक

राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी धीरसेन ए. सोरेन ने बताया कि समृद्धि प्रतियोगिता कला उत्सव का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत पिछले वर्ष हुई थी। पिछले वर्ष झारखंड के दो शिक्षकों ने राष्ट्रीय स्तर पर भाग लिया था। इस वर्ष भी राज्य स्तरीय विजेता शिक्षक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में झारखंड का प्रतिनिधित्व करेंगे। कार्यक्रम का संचालन चंद्रदेव सिंह ने किया, जबकि निर्णायक मंडल में मोहम्मद सैफुल्लाह आमिर, मणिलाल सौ साव, मिथिलेश कुमार, चिरंजीत नाथ और मनीषा धवन शामिल रहे।

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