नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128 वीं जयंती के अवसर पर गुरुवार को श्री गांधी पुस्तकालय एवं संकल्प आइएएस की ओर से जय जय सुभाष भाषण प्रतियोगिता एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान दिव्यांश को प्रथम स्थान के लिए पुरस्कृत किया गया।
कवि डॉ हरिओम त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में वरिष्ठ कवि विजय ठाकुर ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस का जीवन संघर्षों से भरा था।आईसीएस परीक्षा पास करने के बाद भी उन्होंने देश की आजादी के लिए त्यागपत्र दे दिया और लंबी लड़ाई लड़ी। दिल्ली चलो और तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा जैसे नारे देकर युवाओं को देशभक्ति का जज्बा भरा। उन्होंने नेताजी के जीवन से प्रेरणा का आह्वान किया। इस दौरान भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान के लिए दिव्यांश शुक्ल को पुरस्कृत किया गया। गौरव यादव व हर्ष पाण्डेय को द्वितीय, श्रेया शुक्ला को तृतीय स्थान का पुरस्कार मिला। श्रेयांश सिंह तथा सुंदरम यादव को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। संकल्प आइएएस के संस्थापक डॉ स्वप्निल यादव ने कहा कि सैन्य ताकत से अंग्रेजों को हराने के लिए आजाद हिंद फौज का गठन एक क्रांतिकारी कदम था। नेताजी ने तो आजाद हिंद सरकार का भी गठन कर दिया था। यह उनकी ही ताकत थी, कि पूरी दुनिया में घूमकर उन्होंने देश की आजादी का प्रयास किया।कार्यक्रम में अपूर्व मिश्रा, समर यादव और जाहिद आलम ने भी अपने विचार व्यक्त किए। निर्णायक की भूमिका अनुराग यादव ने निभाई । संचालन ललित हरि मिश्रा ने किया । शाहजहांपुर, वाईबीएनyoungbharatnews.com संवाददाता।