Advertisment

फर्जीवाड़ा: 1.42 करोड़ आबकारी घपला में 12 के खिलाफ एफआईआर, 14 शराब की दुकानें निलंबित

आबकारी विभाग मे शराब दुकान आवंटन की प्रतिभूति राशि के अंकों में हेराफेरी कर 1.42 करोड़ की धनराशि में घपले का मामला प्रकाश में आया है। जांच में राजफ़ाश होने पर जिला पंचायत सदस्य समेत 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। 14 दुकाने भी निलंबित हुई है।

author-image
Narendra Yadav
जांच

शराब की दुकान की जांच को पहुंची टीम Photograph: (शिकायतकर्ता )

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता: 

Advertisment

आबकारी विभाग में शराब दुकान आवंटन की प्रतिभूति राशि के अंकों में हेराफेरी कर 1.42 करोड़ की धनराशि में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। अधिकारियों की मिलीभगत से किए गए खेल का राजफ़ाश होने पर 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इससे राजनीतिक हल्कों में खलबली मच गई है। 

दरअसल 12 लॉगों में दो जिला पंचायत सदस्य समेत पूर्व विधानसभा प्रत्याशी भी शामिल है। हालांकि कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता माना जा रहा है, लेकिन विभाग की ओर से दो बार में एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद विभाग में नए तरीके के घपले का राजफ़ाश हुआ है। इससे अधिकारी भी चकरा गए हैं। जिला आबकारी अधिकारी उदय प्रकाश की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर प्रतिभूति राशि के अंकों मे हेराफेरी कर अलग अलग 14 दुकानों से लगभग एक करोड़ 42 लाख का फर्जीवाड़ा दर्शाया गया है। बरेली के  उप आबकारी आयुक्त एसपी सिंह की ओर से बैंक ऑफ बड़ौदा, भारतीय स्टेट बैंक की एफडीआर अनुज्ञापियों की ओर से धोखाधड़ी को पाया गया।

यह भी पढ़ें 

Advertisment

पुलिस की मुठभेड़ में लूटपाट के छह आरोपी गिरफ्तार

 जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय में जो एफडीआर प्रस्तुत की गई, उनमें शपथ पत्र के मुताबिकराजस्व  को जमा नहीं पाया गया। इससे सरकार को राजस्व हानि बताते हुए धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। अनुज्ञापियों की ओर सर दुकान आवंटन व नवीनीकरण के समय प्रस्तुत शपथ पत्र के बिन्दुओं में झूठा कथन अंकित होना पाया गया है। नतीजतन प्रदेश आबकारी (देशी शराब की फुटकर बिकी के अनुज्ञापनों का व्यवस्थापन) नियमावली की दी गयी शर्तों के उल्लंघन  के क्रम में दुकान निलंबन के साथ एफआईआर दर्ज कराई गई। 

यह भी पढ़ें 

Advertisment

Short: REPUBLIC DAY EXCLUSIVE : देश की स्वतंत्रता से लेकर गणतंत्र तक रही शाहजहांपुर की अहम भूमिका

इनके खिलाफ दर्ज हुई प्राथमिकी 

  • सरवन सिंह, ज्ञानेंद्र  सिंह, सत्येंद्र सिंह, मोरश्री , शिवचंद्र ,, उपेंद्र सिंह  दिनेश  सिंह, रजनी सिंह, नीलम सिंह, राज बेटी, प्रतिभा सिंह, अरुण प्रताप सिंह आदि के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण अभी तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई।     
Advertisment

वर्जन 

शासन के निर्देश पर 14 दुकानों की जांच की गई। गड़बड़ी पाए जाने पर एफआईआर दर्ज कराई गई। पुलिस मामले में विवेचना कर रही है। 

उदय प्रकाश। जिला आबकारी अधिकारी  

यह भी पढ़ें 

BOARD EXAM: इस तरह करें तैयारी, परीक्षा में मिलेंगे मनचाहे अंक

Advertisment
Advertisment