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Shahjahanpur News: कॉमर्स डे पर डिजिटल एजुकेशन पर आधारित पुस्तक का विमोचन

एसएस कॉलेज शाहजहांपुर में कॉमर्स डे के अवसर पर डिजिटल एजुकेशन, नीड, चैलेंजेस एंड फ्यूचर पुस्तक का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में शिक्षकों ने डिजिटल शिक्षा की आवश्यकता और चुनौतियों पर चर्चा की।

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Ambrish Nayak
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Photograph: (shahjahanppur netwrk)

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शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता । एसएस कॉलेज में सोमवार को कॉमर्स दिवस के अवसर पर डिजिटल एजुकेशन पर नीड, चैलेंजेस एंड फ्यूचर पुस्तक का विमोचन हुआ। पुस्तक का संपादन वाणिज्य विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कमलेश गौतम व असिस्टेंट प्रोफेसर अपर्णा त्रिपाठी ने किया है। विमोचन समारोह में प्राचार्य प्रो. आर.के. आजाद और उप-प्राचार्य प्रो. अनुराग अग्रवाल ने संयुक्त रूप से पुस्तक का अनावरण किया।

उप-प्राचार्य प्रो.अग्रवाल ने बताया कि हर वर्ष अगस्त के पहले सोमवार को कॉमर्स डे मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 13 सितंबर 1894 को आइसलैंड में हुई थी। इसका उद्देश्य वाणिज्य क्षेत्र में कार्यरत लोगों के प्रति सम्मान व्यक्त करना तथा जनमानस को आधुनिक व्यापारिक सेवाओं के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक डिजिटल शिक्षा के महत्व को उजागर करती है जो शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए समान रूप से लाभकारी है।

पुस्तक में देशभर के विभिन्न राज्यों से 41 विद्वानों के लेख शामिल किए गए हैं। इसकी भूमिका मेरठ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. आर.पी. सिंह ने लिखी है और प्रकाशन वाणी पब्लिकेशन आगरा की ओर से किया गया है।

प्राचार्य प्रो. आर.के. आजाद ने कहा कि डिजिटल शिक्षा आज के समय की मांग है। यह पुस्तक शिक्षकों के साथ-साथ उन छात्रों के लिए भी उपयोगी सिद्ध होगी जो डिजिटल माध्यम से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। संपादक डॉ. कमलेश गौतम ने कहा कि डिजिटल संसाधनों का प्रयोग वाणिज्य शिक्षा में बढ़ता जा रहा है लेकिन इसके साथ कई चुनौतियां भी सामने आ रही हैं। इनसे निपटना आवश्यक है ताकि एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित किया जा सके।

कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती ने पुस्तक को समयानुकूल बताते हुए संपादकों को आशीर्वाद दिया। सचिव डॉ. ए.के. मिश्रा सहित डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. गौरव सक्सेना, डॉ. राजीव यादव, डॉ. सुजीत कुमार, डॉ. दुर्ग विजय समेत अन्य प्राध्यापकों ने संपादकों को शुभकामनाएं दीं।

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