वर्टिकल लोड टेस्ट Photograph: (इंटरनेट मीडिया )
शाहजहांपुरवाईबीएनसंवाददाता
जनपद के लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-30) पर बरेली मोड़ से हरदोई बाईपास के बीच गर्रा नदी पर बनाए गए नए पुल की मजबूती की जांच के लिए एक से सात जून तक वर्टिकल लोड टेस्ट किया जाएगा। इस परीक्षण के आधार पर तय होगा कि पुल पर वाहनों का आवागमन कब से शुरू किया जा सकेगा।राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अनुसार, इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए आईआईटी दिल्ली की विशेषज्ञ टीम 29 मई को शाहजहांपुर पहुंचेगी। जांच से पहले पुल पर जरूरी तकनीकी उपकरण और सेंसर लगाए जाएंगे। इस परीक्षण के लिए विशेष तौर पर ताइवान से मंगाए गए हाईटेक सेंसरों का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे लोड के दबाव को सटीक रूप से मापा जा सकेगा।
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सौरभ चौरसिया ने बताया कि पुल की वर्टिकल लोड टेस्टिंग पूरी तरह तकनीकी मानकों के अनुसार की जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर नए पुल पर वाहनों के संचालन की अनुमति दी जाएगी। जैसे ही नए पुल पर ट्रैफिक चालू होगा, पास में मौजूद पुराने गर्रा पुल को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया जाएगा, और फिर उसका भी लोड टेस्ट किया जाएगा।नए पुल का निर्माण लंबे समय से प्रतीक्षित था, क्योंकि पुराने पुल पर लगातार बढ़ रहे ट्रैफिक के चलते दुर्घटना की आशंका बनी रहती थी। ऐसे में नए पुल के संचालन से न केवल ट्रैफिक का दबाव कम होगा, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी यह एक बड़ा कदम साबित होगा।पुल की मजबूती जांचने के बाद यदि रिपोर्ट संतोषजनक रहती है, तो जून के पहले सप्ताह के बाद से ही नए पुल पर आवागमन शुरू हो सकता है। स्थानीय लोगों और वाहन चालकों को इस नए पुल के शुरू होने से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। एनएचएआई का कहना है कि पुल संचालन से पहले सभी तकनीकी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है ताकि भविष्य में किसी प्रकार की असुविधा न हो।