शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता
जनपद के उपनगर तिलहर निवासी समाजसेवी चेयरमैन पद के पूर्व प्रत्याशी कदीर मंसूरी के छोटे भाई शकील अहमद का चयन यूपीएससी में हुआ है। शकील की 506वीं रैंक है। शकील भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में जाएंगे। शकील के पिता कभी मजदूरी करते थे। अब बेटे के यूपीएससी में चयन से परिवार मेें खुशी का माहौल है।
तिलहर के मोहल्ला इमली में हाजी तसब्बुर हुसैन का परिवार रहता है। हाजी तसब्बुर हुसैन के छह पुत्र हैं। जिसमें शकील अहमद सबसे छोटे हैं। हाजी ने अपने बच्चों को मजदूरी करके इस मुकाम तक खड़ा किया। बड़े बेटों के जवान होने पर सबने मिलकर परिवार की गाड़ी को आगे बढ़ाया। इसके बाद बैटरी का कारोबार बेटों ने शुरू किया और अपने भाई को पढ़ाया। शकील ने भी परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर देखकर बहुत मेहनत से पढ़ाई की। शुरूआती पढ़ाई तिलहर के स्कूल में करने के बाद हाईस्कूल तक्षशिला स्कूल शाहजहांपुर से किया। 12वीं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पढ़ाई की। इसके बाद दिल्ली में जामिया से बीटेक किया। शुरू से ही शकील पढ़ने में होशियार थे और उन्हें इसी का लाभ मिला।
छह भाइयों में सबसे छोटे हैं शकील
हाजी तसब्बुर हुसैन के छह बेटे हैं। इनमें कदीर मंसूरी चेयरमैन की चुनाव भी लड़ चुके हैं। समाजसेवा भी करते हैं। मेहनत के दम पर फर्श से अर्श पर पहुंचने के बाद कदीर मंसूरी का परिवार अब भाई शकील के यूपीएससी में चयन होने से रातों रात चर्चा में आ गया है। हरकोई बधाई देने पहुंच रहा है। कदीर अहमद का कहना है कि हमें बड़ा खुशी का पल है। परिणाम आते ही लोग बधाई देने पहुंचने लगे हैं। पिता हाजी तसब्बुर हुसैन और मां बुजुर्ग शकील की कामयाबी से बेहद खुश हैं। कहते हैं कि पिता ने मजदूरी करके हमें बढ़ा किया था। अब हमें शकील के चयन से बहुत खुशी है।